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फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल पहुंचे बोधगया, बच्चों से मिलकर जताई खुशी

फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल कोलकाता दिदिएर टल्पाईन बोधगया (French Consulate General in Bodhgaya) पहुंचे. जहां उन्होंने फ्रांस की समाज सेविका डॉ. जेनी पेरे द्वारा संचालित फ्री बोर्डिंग स्कूल का निरीक्षण किया. इस दौरान लोगों ने फूलों की बारिश कर उनका जमकर स्वागत किया.

French Consulate General Kolkata Didier Talpain
फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल कोलकाता दिदिएर टल्पाईन
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Published : Apr 6, 2022, 7:44 PM IST

गया: फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल कोलकाता दिदिएर टल्पाईन (French Consulate General Kolkata Didier Talpain) भगवान बुद्ध की पावन भूमि बोधगया (Holy Land of Lord Buddha in Bodhgaya) पहुंचे. जहां उन्होंने बोधगया के बगहा गांव स्थित फ्रांस की समाज सेविका डॉ. जेनी पेरे द्वारा संचालित फ्री बोर्डिंग स्कूल (Free Boarding School by Dr. Jenny Pere in Bodhgaya) का निरीक्षण किया. बोधगया पहुंचने पर फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल का गर्मजोशी और भारतीय परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया. इस दौरान दिदिएर टल्पाईन का मम्मी जी एजुकेशनल वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा संचालित स्कूल के बच्चों ने फूलों से स्वागत किया. उन्होंने स्कूल की गतिविधियों का बारीकी से निरीक्षण किया.

ये भी पढ़ें- बोधगया में बौद्ध भिक्षुओं और विदेशी नागरिकों ने गरीब बच्चों के साथ मनायी होली

बोधगया में गरीब और दलित बच्चों के लिए फ्री स्कूल: इस दौरान फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल ने डॉ. जेनी पेरे उर्फ मम्मी जी के कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि मम्मी जी विगत 20 सालों से भी ज्यादा समय से बोधगया में रहकर समर्पित भाव से बच्चों की सेवा कर रही हैं. यह बहुत ही सराहनीय है. उन्होंने बच्चों के भविष्य को संवारने का कार्य किया है. इस तरह के कार्य के लिए वे उन्हें धन्यवाद देते हैं. बता दें कि लगभग 20 वर्षों से फ्रांस की समाज सेविका डॉ. जेनी पेरे के द्वारा बोधगया में गरीब और दलित बच्चों के लिए फ्री स्कूल चलाया जाता है. जिसमें बच्चों को रहने-खाने, पाठ्य सामग्री और कपड़े आदि मुफ्त में मुहैया कराया जाता है. इसके अलावा बोधगया के आसपास क्षेत्रों में कई तरह की कल्याणकारी योजनाओं भी इनके द्वारा चलाई जा रही हैं.

बोधगया भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि है: फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल दिदिएर टल्पाईन ने (DIDIER TALPAIN) यूक्रेन-रूस युद्ध और भारत-फ्रांस संबंधों पर बात की. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच हो रही जंग एक निंदनीय घटना है. इससे सभी का नुकसान है. शांति के लिए सभी लोगों को मिलकर पहल करनी चाहिए. वहीं, भारत और फ्रांस के रिश्ते पर उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते काफी अच्छे और मजबूत हैं. बोधगया भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि है. यहां आकर अपने आपको काफी गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. पूरी दुनिया में बोधगया से भगवान बुद्ध ने शांति का संदेश दिया था.

कॉन्सुलेट जनरल यहां पहुंचे यह सौभाग्य की बात: इस दौरान फ्रांसीसी समाजसेविका डॉ. जेनी पेरे उर्फ मम्मी जी ने कहा कि वह काफी खुश हैं, क्योंकि उनके द्वारा चलाए जा रहे गरीब छात्रों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को देखने कॉन्सुलेट जनरल यहां पहुंचे हैं. यह उनके लिए सौभाग्य की बात है. उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य को संवारने को लेकर वे लोग काफी मेहनत करते हैं और इसका सकारात्मक पहलू भी देखने को मिल रहा है.

ये भी पढ़ें- बौद्ध भिक्षु बनने के बाद पहली बार बोधगया पहुंचे फिल्म एक्टर गगन मलिक, मंदिर में की विशेष पूजा

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गया: फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल कोलकाता दिदिएर टल्पाईन (French Consulate General Kolkata Didier Talpain) भगवान बुद्ध की पावन भूमि बोधगया (Holy Land of Lord Buddha in Bodhgaya) पहुंचे. जहां उन्होंने बोधगया के बगहा गांव स्थित फ्रांस की समाज सेविका डॉ. जेनी पेरे द्वारा संचालित फ्री बोर्डिंग स्कूल (Free Boarding School by Dr. Jenny Pere in Bodhgaya) का निरीक्षण किया. बोधगया पहुंचने पर फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल का गर्मजोशी और भारतीय परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया. इस दौरान दिदिएर टल्पाईन का मम्मी जी एजुकेशनल वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा संचालित स्कूल के बच्चों ने फूलों से स्वागत किया. उन्होंने स्कूल की गतिविधियों का बारीकी से निरीक्षण किया.

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बोधगया में गरीब और दलित बच्चों के लिए फ्री स्कूल: इस दौरान फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल ने डॉ. जेनी पेरे उर्फ मम्मी जी के कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि मम्मी जी विगत 20 सालों से भी ज्यादा समय से बोधगया में रहकर समर्पित भाव से बच्चों की सेवा कर रही हैं. यह बहुत ही सराहनीय है. उन्होंने बच्चों के भविष्य को संवारने का कार्य किया है. इस तरह के कार्य के लिए वे उन्हें धन्यवाद देते हैं. बता दें कि लगभग 20 वर्षों से फ्रांस की समाज सेविका डॉ. जेनी पेरे के द्वारा बोधगया में गरीब और दलित बच्चों के लिए फ्री स्कूल चलाया जाता है. जिसमें बच्चों को रहने-खाने, पाठ्य सामग्री और कपड़े आदि मुफ्त में मुहैया कराया जाता है. इसके अलावा बोधगया के आसपास क्षेत्रों में कई तरह की कल्याणकारी योजनाओं भी इनके द्वारा चलाई जा रही हैं.

बोधगया भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि है: फ्रांस के कॉन्सुलेट जनरल दिदिएर टल्पाईन ने (DIDIER TALPAIN) यूक्रेन-रूस युद्ध और भारत-फ्रांस संबंधों पर बात की. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच हो रही जंग एक निंदनीय घटना है. इससे सभी का नुकसान है. शांति के लिए सभी लोगों को मिलकर पहल करनी चाहिए. वहीं, भारत और फ्रांस के रिश्ते पर उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते काफी अच्छे और मजबूत हैं. बोधगया भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि है. यहां आकर अपने आपको काफी गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. पूरी दुनिया में बोधगया से भगवान बुद्ध ने शांति का संदेश दिया था.

कॉन्सुलेट जनरल यहां पहुंचे यह सौभाग्य की बात: इस दौरान फ्रांसीसी समाजसेविका डॉ. जेनी पेरे उर्फ मम्मी जी ने कहा कि वह काफी खुश हैं, क्योंकि उनके द्वारा चलाए जा रहे गरीब छात्रों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को देखने कॉन्सुलेट जनरल यहां पहुंचे हैं. यह उनके लिए सौभाग्य की बात है. उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य को संवारने को लेकर वे लोग काफी मेहनत करते हैं और इसका सकारात्मक पहलू भी देखने को मिल रहा है.

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