गया: प्रदेश में बच्चा चोर का आरोप लगाकर मॉब लीचिंग का मामला दिन पर दिन गहराता जा रहा है. मॉब लीचिंग की घटना को लेकर फोरम ऑफ जस्टिस के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने शांति मार्च निकाला. इस शांति मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी भी शामिल हुए. शांति मार्च गांधी मैदान से लेकर प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय तक निकाला गया.
काली पट्टी बांधकर किया विरोध प्रदर्शन
मॉब लीचिंग घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री सहित सैकड़ों लोग सड़कों पर मुंह पर काली पट्टी बांधकर गांधी मैदान से काशीनाथ मोड़ होते हुए प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय पहुंचे. प्रमंडलीय आयुक्त के माध्यम से राज्यपाल के नाम पर ज्ञापन सौंपा. इस शांति मार्च में कई संस्थाए अंबेडकर संघर्ष मोर्चा, तनजिम-ए- इंसान, पीस एसोसिएशन ऑफ इंडिया के साथ महागठबंधन के कई दल शामिल हुए.
बिहार में मॉब लीचिंग का कानून बनाने की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि मगध प्रमंडल अपने मानवता के मूल आध्यात्मिक सिद्धांतों से हटकर घृणा, असमानता, अन्याय और अन्य अपराधों से लिप्त होते जा रहा है. विशेष रूप से बच्चा चोर और अन्य दूसरे नामों पर भीड़ हिंसा उग्र होकर जान तक ले लेती हैं. जिसमें अभी तक सैकड़ों जाने भी जा चुकी है. जुलूस के माध्यम से केंद्र सरकार, राज्य सरकार से मांग है कि माननीय उच्च न्यायालय के सुझाव के अनुसार बंगाल, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बने कानून की तर्ज पर बिहार में भी मॉब लीचिंग का कानून बनाना चाहिए.