गया: दुनियाभर में तबाही मचाने वाली महामारी कोरोना वायरस ने भारत को भी अपने जद में ले लिया है. इस वायरस पर नियंत्रण के लिए प्रदेश की सरकार ने पूरे बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा है. इसी क्रम में डीएम अभिषेक सिंह ने बाराचट्टी के चिकित्सा प्रभारी डॉ. शिवशंकर झा को कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है. इस आलोक में डीएम ने आदेश जारी किया है.
'बिना इलाज के ही मरीजों को कर दे रहे थे वापस'
दरअसल, बाराचट्टी के प्रभारी चिकित्सक डॉ. शिव शंकर झा का पिछले कई दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा था. वीडियो में डॉ. शिव शंकर झा कोविड-19 संबंधित इलाज के लिए जानकारी या लक्षण वाले मरीजों के इलाज में कोताही बरत रहे थे. जांच के लिए आने वाले मरीजों को बगैर जांच किए हाथों पर मुहर लगाकर अस्पताल से वापस किया जा रहा था. वीडियो वायरल होने के बाद डीएम ने जांच के बाद यह कार्रवाई की है.
'कार्य में बरत रहे थे लापरवाही'
इस मामले में डीएम ने पत्र जारी करते हुए कहा कि वर्तमान समय में पूरा विश्व खासतौर से बिहार सरकार नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोक-थाम के लिए अथक प्रयास कर रही है. बाराचट्टी के प्रभारी चिकित्सक शिवशंकर झा मरीजों के प्रति उदासीनता, कर्तव्य के प्रति लापरवाही और अनुशासनहीनता पाया गया. इस वजह से डॉ. शिवशंकर झा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है.
'नियम-10 के तहत मिलेगा जीवन निर्वाह भत्ता'
डीएम ने अपने आदेश में बताया कि डॉ. शिवशंकर झा को बिहार सरकारी सेवक नियमावली-2005 के नियम-10 के तहत जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा. निलंबन अवधि में डॉ. झा का मुख्यालय संयुक्त सचिव कोषांग (श्री कुमार), स्वास्थ्य विभाग, बिहार, पटना निर्धारित किया गया है. वहां, की दर्ज पस्थिति के आधार पर उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा. इसके साथ ही इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई अलग से की जाएगी.
गौरतलब है कि डॉ. शिवशंकर झा कोविड-19 जैसे घातक बीमारी को लेकर अस्पताल आने वाले मरीजों की जांच किए बगैर सिर्फ हाथों पर मुहर लगाकर अस्पताल से वापस भेज रहे थे. इसका वीडियो भी पिछले कई दिनों से वायरल हो रहा था. वायरल वीडियो के आधार पर डीएम ने पूरे मामले की जांच करवाने के बाद चिकित्सक को निलंबित कर दिया.