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गया का हदहदवा पहाड़ से निकलता है पाचन शक्ति को मजबूत करने वाला पानी, जानिए इसकी खासियत

गया (Gaya) में हदहदवा पहाड़ (Hadhadwa Mountain) से निलकने वाला हदहदवा झरना (Hadhadawa Waterfall) अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है. लेकिन, इस पहाड़ से निकलने वाला पानी का एक अनोखा गुण हैं, जिसके चलते लोग इसे अपने घरों में भी ले जाते हैं. देखें रिपोर्ट...

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Published : Jul 13, 2021, 7:53 PM IST

गया: बिहार का गया (Gaya) जिला अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल (International Tourist Destination) है. बरसात के दिनों में पहाड़ों से निकलने वाला झरना गया को मनोरम और रमणीय बना देता है. गया शहर में हदहदवा झरना (Hadhadawa Waterfall) है. जहां हर दिन हजारों लोग पिकनिक मनाते आते हैं.

ये भी पढ़ें- गया: हमले के 8 साल, घटना के बाद बदल गयी महाबोधि मंदिर और बोधगया की तस्वीर

वहीं, हदहदवा पहाड़ (Hadhadwa Mountain) की ऊंचाई पर स्थित एक कुंड का पानी काफी प्रसिद्ध है. लोग इस कुंड का पानी अपने घर ले जाते हैं. बताया जाता है कि इस कुंड का पानी पीने से खाने का पाचन जल्दी होता है, लोग इस कुंड के पानी को डाइजेस्टिव वाटर (Digestive Water) कहते हैं.

गया शहर पहाड़ों से घिरा हुआ शहर है, इसलिए इसे पहाड़ों का शहर (City of Mountains) भी कहा जाता है. बरसात के मौसम में इस शहर का दृश्य काफी रमणीय हो जाता है. पिंडदान से लेकर देश-विदेश से आने वाले पर्यटक गया की सुंदर छठा को अपने कैमरे में जरूर कैद करते हैं. इसके अलावा गया शहर में हदहदवा पहाड़ से गिरने वाला झरना और डाइजेस्टिव वाटर का कुंड भी लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है.

देखें रिपोर्ट

''हदहदवा पहाड़ से झरना बरसात के मौसम में गिरता है. गया और इसके आसपास के लोग दूर-दूर से यहां पिकनिक मनाने आते हैं. हदहदवा पहाड़ की चोटी पर एक जल कुंड है. इस कुंड का पानी हम लोग सालों से घर लेकर जाते हैं. ये पानी गैस की बीमारी को दूर करता है. साथ ही इससे खाना भी जल्दी पचता है. शादी और अन्य समारोह में पहले यहां से पानी ले जाते थे.''- शत्रुघ्न कुमार, स्थानीय

ये भी पढ़ें- Lockdown Effect: महाबोधि मंदिर की आय पर पड़ा असर, पहले के दान के पैसे से लग रहा भोग

''हदहदवा पहाड़ का पानी पीने से बहुत रोगों से निदान मिलता है. पहाड़ों में से रिसकर यह पानी आता है. पहाड़ पर हजारों आयुर्वेदिक पौधे हैं. उससे होकर यह पानी आता है, इसलिए यह पानी काफी फायदेमंद है. जब भी इधर आते हैं, पानी पीते हैं, फिर घर लेकर जाते हैं. गया का भूमिगत जलस्रोत का पानी खारा है. उससे खाना बहुत देर से बनता है. इस पानी से दाल और सब्जी बहुत जल्दी बनकर तैयार हो जाती हैं.''- मुकेश कुमार, स्थानीय

''गया का यह वाटरफाल ककोलत का याद दिलवा देता है. हम लोग बरसात में अक्सर यहां आकर पिकनिक मनाते हैं. सरकार और जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि इस स्थान को पर्यटन स्थल घोषित करें और सुरक्षा व स्वच्छता का ख्याल रखें''- छोटन लाल, पर्यटक

बता दें कि गया बिहार की धार्मिक नगरी है. यहां विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर और विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर हैं. दो प्रमुख धार्मिक स्थल होने के बावजूद पर्यटन का कोई बड़ा स्थान नहीं है. दो स्थानों पर पर्यटन के लिए आधा किलोमीटर तक बस धार्मिक स्थल हैं. ऐसे में हदहदवा पहाड़ का झरना पर्यटन का एक स्थल बन सकता है, जिससे हजारों लोगों को रोजगार भी मिल सकता है.

ये भी पढ़ें- अलर्ट के बाद महाबोधि मंदिर की सुरक्षा और कड़ी, 300 BMP जवान तैनात, सिटी SP ने लिया जायजा

ये भी पढ़ें- Gaya News : जानिए कितना सुरक्षित है महाबोधि मंदिर, ईटीवी भारत ने की पड़ताल

गया: बिहार का गया (Gaya) जिला अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल (International Tourist Destination) है. बरसात के दिनों में पहाड़ों से निकलने वाला झरना गया को मनोरम और रमणीय बना देता है. गया शहर में हदहदवा झरना (Hadhadawa Waterfall) है. जहां हर दिन हजारों लोग पिकनिक मनाते आते हैं.

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वहीं, हदहदवा पहाड़ (Hadhadwa Mountain) की ऊंचाई पर स्थित एक कुंड का पानी काफी प्रसिद्ध है. लोग इस कुंड का पानी अपने घर ले जाते हैं. बताया जाता है कि इस कुंड का पानी पीने से खाने का पाचन जल्दी होता है, लोग इस कुंड के पानी को डाइजेस्टिव वाटर (Digestive Water) कहते हैं.

गया शहर पहाड़ों से घिरा हुआ शहर है, इसलिए इसे पहाड़ों का शहर (City of Mountains) भी कहा जाता है. बरसात के मौसम में इस शहर का दृश्य काफी रमणीय हो जाता है. पिंडदान से लेकर देश-विदेश से आने वाले पर्यटक गया की सुंदर छठा को अपने कैमरे में जरूर कैद करते हैं. इसके अलावा गया शहर में हदहदवा पहाड़ से गिरने वाला झरना और डाइजेस्टिव वाटर का कुंड भी लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है.

देखें रिपोर्ट

''हदहदवा पहाड़ से झरना बरसात के मौसम में गिरता है. गया और इसके आसपास के लोग दूर-दूर से यहां पिकनिक मनाने आते हैं. हदहदवा पहाड़ की चोटी पर एक जल कुंड है. इस कुंड का पानी हम लोग सालों से घर लेकर जाते हैं. ये पानी गैस की बीमारी को दूर करता है. साथ ही इससे खाना भी जल्दी पचता है. शादी और अन्य समारोह में पहले यहां से पानी ले जाते थे.''- शत्रुघ्न कुमार, स्थानीय

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''हदहदवा पहाड़ का पानी पीने से बहुत रोगों से निदान मिलता है. पहाड़ों में से रिसकर यह पानी आता है. पहाड़ पर हजारों आयुर्वेदिक पौधे हैं. उससे होकर यह पानी आता है, इसलिए यह पानी काफी फायदेमंद है. जब भी इधर आते हैं, पानी पीते हैं, फिर घर लेकर जाते हैं. गया का भूमिगत जलस्रोत का पानी खारा है. उससे खाना बहुत देर से बनता है. इस पानी से दाल और सब्जी बहुत जल्दी बनकर तैयार हो जाती हैं.''- मुकेश कुमार, स्थानीय

''गया का यह वाटरफाल ककोलत का याद दिलवा देता है. हम लोग बरसात में अक्सर यहां आकर पिकनिक मनाते हैं. सरकार और जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि इस स्थान को पर्यटन स्थल घोषित करें और सुरक्षा व स्वच्छता का ख्याल रखें''- छोटन लाल, पर्यटक

बता दें कि गया बिहार की धार्मिक नगरी है. यहां विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर और विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर हैं. दो प्रमुख धार्मिक स्थल होने के बावजूद पर्यटन का कोई बड़ा स्थान नहीं है. दो स्थानों पर पर्यटन के लिए आधा किलोमीटर तक बस धार्मिक स्थल हैं. ऐसे में हदहदवा पहाड़ का झरना पर्यटन का एक स्थल बन सकता है, जिससे हजारों लोगों को रोजगार भी मिल सकता है.

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