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भगवान बुद्ध के पदचिन्हों पर चलकर बौद्ध भिक्षुओं ने ढूंगेश्वरी से निकाली ज्ञान यात्रा - Buddhist monks

बोधगया में बौद्ध श्रद्धालुओं द्वारा ज्ञान यात्रा निकाली गई. इस पद यात्रा में कई देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल थे. इस पदयात्रा के पीछे हजारों साल पुरानी मान्यता है. पढ़ें पूरी खबर-

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 18, 2024, 11:04 PM IST

गया : बिहार के बोधगया में गुरुवार को ज्ञान यात्रा निकाली गई. इसमें देश के अलावा विभिन्न देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए. जिस रास्ते से चलकर भगवान बुद्ध बोधगया पहुंचे थे और ज्ञान की प्राप्ति की थी. उसी रास्ते पर यह बौद्ध श्रद्धालु ज्ञान यात्रा में शामिल होकर बोधगया पहुंचे.

ढुंगेश्वरी से बोधगया पहुंची ज्ञान यात्रा : ढुंंगेश्वरी प्रयाग बोधी से ज्ञान पदयात्रा रवाना किया गया, जिसमें देश के अलावा विभिन्न देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए. मान्यता है, कि भगवान बुद्ध ने ढुंगेश्वरी में ने कठिन तप किया था. इसके बाद वे ढुंगेश्वरी से बोधगया की ओर निकले थे और बोधगया पहुंचे थे. यहीं भगवान बुद्ध को बोधगया बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. इस मार्ग पर गुरुवार को बौद्ध श्रद्धालुओं ने ज्ञान यात्रा निकाली. वहीं, सुजाता में बौद्ध श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.

Gyan Yatra from Dhungeshwari
ज्ञान यात्रा को हरी झंडी दिखाते डीएम

ज्ञान की अनुभूति करते हैं बौद्ध श्रद्धालु : मान्यता है कि, भगवान बुद्ध ढुंंगेश्वरी से चले थे और बोधगया पहुंचे थे. भगवान बुद्ध ने बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति की थी. इसी को लेकर हर वर्ष हजारों बौद्ध श्रद्धालु ढुंंगेश्वरी से बोधगया ज्ञान यात्रा निकालते हैं और ज्ञान की अनुभूति प्राप्त करते हैं. इस क्रम में सुजाता में खीर का प्रसाद बौद्ध श्रद्धालु ग्रहण करते हैं.

जिलाधिकारी ने पंचशील झंडा दिखाया : वहीं, गया के जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने ढुंगेश्वरी में पंचशील झंडा इस ज्ञान यात्रा को दिखाया. वहीं, ज्ञान यात्रा में शामिल बौद्ध श्रद्धालु 'बुद्धं शरणम गच्छामि, धम्मम शरणम गच्छामि, संघम शरणम गच्छामि' गुंजायमान कर रहे थे. इस संबंध में बीटीएमसी सदस्य अरविंद सिंह ने बताया कि गुरुवार को ज्ञान यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ो बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए.

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2100 KM पैदल सफर कर बोधगया से धर्मशाला पहुंचा तिब्बती बौद्ध भिक्षु, दलाई लामा से मिलने की जताई इच्छा

गया : बिहार के बोधगया में गुरुवार को ज्ञान यात्रा निकाली गई. इसमें देश के अलावा विभिन्न देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए. जिस रास्ते से चलकर भगवान बुद्ध बोधगया पहुंचे थे और ज्ञान की प्राप्ति की थी. उसी रास्ते पर यह बौद्ध श्रद्धालु ज्ञान यात्रा में शामिल होकर बोधगया पहुंचे.

ढुंगेश्वरी से बोधगया पहुंची ज्ञान यात्रा : ढुंंगेश्वरी प्रयाग बोधी से ज्ञान पदयात्रा रवाना किया गया, जिसमें देश के अलावा विभिन्न देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए. मान्यता है, कि भगवान बुद्ध ने ढुंगेश्वरी में ने कठिन तप किया था. इसके बाद वे ढुंगेश्वरी से बोधगया की ओर निकले थे और बोधगया पहुंचे थे. यहीं भगवान बुद्ध को बोधगया बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. इस मार्ग पर गुरुवार को बौद्ध श्रद्धालुओं ने ज्ञान यात्रा निकाली. वहीं, सुजाता में बौद्ध श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.

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ज्ञान यात्रा को हरी झंडी दिखाते डीएम

ज्ञान की अनुभूति करते हैं बौद्ध श्रद्धालु : मान्यता है कि, भगवान बुद्ध ढुंंगेश्वरी से चले थे और बोधगया पहुंचे थे. भगवान बुद्ध ने बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति की थी. इसी को लेकर हर वर्ष हजारों बौद्ध श्रद्धालु ढुंंगेश्वरी से बोधगया ज्ञान यात्रा निकालते हैं और ज्ञान की अनुभूति प्राप्त करते हैं. इस क्रम में सुजाता में खीर का प्रसाद बौद्ध श्रद्धालु ग्रहण करते हैं.

जिलाधिकारी ने पंचशील झंडा दिखाया : वहीं, गया के जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने ढुंगेश्वरी में पंचशील झंडा इस ज्ञान यात्रा को दिखाया. वहीं, ज्ञान यात्रा में शामिल बौद्ध श्रद्धालु 'बुद्धं शरणम गच्छामि, धम्मम शरणम गच्छामि, संघम शरणम गच्छामि' गुंजायमान कर रहे थे. इस संबंध में बीटीएमसी सदस्य अरविंद सिंह ने बताया कि गुरुवार को ज्ञान यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ो बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए.

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