गया: शहर के वार्ड नंबर 40 से एक अद्भुत तस्वीर सामने आई है. दरअसल, जब पूरा विश्व कोरोना सें कांप रहा है. तो यहां पर जब सफाईकर्मी करसिल्ली मुहल्ले में सफाई और सेनिटाइज करने पहुंते तो लोगों ने सफाईकर्मियों पर फूलों के बारिश किए. इस मौके पर एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसने ऊंच-निच के भेद को भरसक जड़ से मिटाने की हरसंभव कोशिश कर डाली. यहां एक ब्राह्मण समाज की महिला ने सफाईकर्मियों के पैर धोकर उनको सम्मानित किया.
'ये हैं असली मसीहा'
विष्णुपद मंदिर स्थित पहाड़ पर बसे करसिल्ली मुहल्ला में प्रतिदिन की तरह गया नगर निगम के एक दर्जन सफाईकर्मी मुहल्ले को सफाई और सेनिटाइज करने गए थे. जैसे ही मोहल्ले वासियों को सफाईकर्मियों की आहट हुई सभी लोग अपने-अपने घरों की छत पर चले गए. लोगों ने अपने घरों के छत, बालकनी से सफाईकर्मियों पर फूलों की बारिश की. सफाईकर्मी जैसे-जैसे आगे बढ़ते गए. फूलों की बारिश और अधिक होने लगी. जिनके पास फूल नहीं था. उनलोगों ने ताली बजाकर सफाईकर्मियों की स्वागत की. मौके पर लोगों ने कहा कि ये हैं असली कोरोना कमांडोज. इनके वजह से हमलोग अपने घरों में सुरक्षीत है. ये लोग अपने जान के दांव पर लगाकर वायरस से सीधी जंग लड़ रहे हैं. बता दें कि कोरोना संकट के बीच यह देश की एकमात्र और पहली तस्वीर है. यह तस्वीर हिंदुस्तान की खूबसूरती को दर्शाती है. साथ ही साथ यह तस्वीरें उनलोगों के मुंह पर तमाचा भी है, जो लंबे अरसे से जातपत की राजनीति कर रहे हैं.
पैर धोकर हम धन्य हुए- ब्राह्मण महिला
सभी सफाई कर्मी जब मोहल्ले की सफाई कर वापस आ रहे थे. तो इसी बीच में मुहल्ले में ही किराना दुकान चलाने वाली ब्राह्मण महिला ने सभी को सफाईकर्मियों को पैर धोने का अनुरोध किया. जब सफाई कर्मियों ने यह जाना की महिला ब्राह्मण हैं तो सभी ने पाप लगने की बात कहकर पैर धुलवाने से मना कर दिया. लेकिन ब्राह्मण के लगातार अनुरोध करने पर सफाई कर्मी पैर धुलवाने के लिए तैयार हो गए. ब्राह्मण महिला मंजू देवी ने बताया कि सफाईकर्मियों के चरण धुलकर जो वंदना की उसका एहसास हमे जीवन भर रहेगा. मंजू देवी ने बताया कि हमलोग घर में सफाई कर कचड़े को सड़क पर फेंक देते है. सफाई कर्मियों के वजह से हमलोग अपने घरों में सुरक्षित हैं. उन्होंने बताया कि जब पूरा देश कोरोना के भय से अपने-अपने घरों में बंद है तो ये कर्मी अपना जान दांव पर लगाकर हमलोगों को इस वायरस से सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं. इन सभी का पैर धोकर मैं धन्य हो गई. ये देश के असली कोरोना फाइटर है. गंदगी तो सभी फैलते है. लेकिन जो बिना किसी ऊफ के सफाई कर रहे हैं. वे ही असली मसीहा हैं.
'हरकोई सफाई कर्मी को सम्मानित करने को था बेताब'
इसको लेकर स्थानीय वार्ड पार्षद प्रतिनिधि पंडा सुदामा ने बताया कि नगर निगम कर्मियों को इस तरह सम्मान मिलेगा. इस बात का अंदाजा उन्हें नहीं था. करसिल्ली मुहल्ले के लोगो ने कर्मियों को सम्मान देकर उनमें नई ऊर्जा दिया है. प्रतिदिन सफाईकर्मी मोहल्ले की सफाई और सेनिटाइज कर रहे हैं. आज इनके मुहल्ले में प्रवेश करते ही इन पर फूलो की बारिश होने लगी. इस संकट के समय में भी एक उत्सव का माहौल सा लग रहा था. हरकोई सफाईकर्मियों को सम्मानित करने को बेताब दिखा. ये असली सम्मान हैं. इसी सम्मान का मान ये सफाई कर्मी रखेंगे.गौरतलब है कि गया नगर निगम कोरोना वायरस को लेकर काफी अलर्ट है. निगम के दो हजार कर्मी दो पालियों में दिनरात शहर के 53 वार्डों को सफाई और सेनिटाइज करने में लगे हुए है.