गया : बिहार के गया में बरगद के पेड़ का सातवीं वर्षगांठ मनायी गयी. जिस तरह से एक बच्चे का जन्मदिन मनाया जाता है. ठीक उसी तरह बरगद के वृक्ष का 7वीं वर्षगांठ मनाई गई. बरगद के पेड़ के इस अनोखे जन्मदिन को लेकर उसे देखने वाले काफी हैरत में थे. 5 जून को ही वर्ष 2016 में गया के प्रभावती अस्पताल में समाजसेवी संतोष कुमार के द्वारा बरगद का पौधा लगाया गया था, जो आज 7 साल का हो गया है. साल का होने पर बरगद के वृक्ष का वर्षगांठ अनोखे अंदाज में मनाया गया.
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5 जून 2016 को लगाया था बरगद का पौधा: 5 जून 2023 को यह पौधा बरगद के वृक्ष का रूप ले लिया है. वहीं, 7 साल का होने पर प्रभावती अस्पताल के परिसर में रहे इस बरगद के वृक्ष की सातवीं वर्षगांठ मनाई गई. वर्षगांठ कुछ इस तरह से मनी की देखने वाले देखते रह गए. हालांकि इस तरह पेड़ के अनोखे जन्मदिन को लेकर अब काफी चर्चा हो रही है.
काटा गया केक: संतोष कुमार उर्फ छोटे द्वारा लगाया गया बरगद आज 7 साल का हो चुका है. इसे लेकर सोमवार को एक बच्चे की तरह बरगद के वृक्ष का जन्मदिन मनाया गया. बरगद के पेड़ को न सिर्फ सजाया गया था, बल्कि गाजे-बाजे का भी इंतजाम था. बैलून भी लगाए गए थे. बिल्कुल बच्चे की तरह बरगद के वृक्ष के जन्मदिन को लेकर पूरा इंतजाम किया गया था. पूरी सजावट और तैयारी के बीच बरगद के वृक्ष का सातवां जन्मदिन केक काटकर मनाया गया. इस दौरान उपस्थित लोगों ने बैलून फोड़कर और एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर अपनी खुशियां जाहिर की. बरगद को साज-सज्जा करने में प्रभावती अस्पताल के कर्मचारियों ने भी काफी सहयोग दिया.
''बरगद के इस पेड़ का अब हर साल वर्षगांठ मनाते हैं. बिल्कुल जिस तरह से बच्चे का जन्मदिन मनाया जाता है, उसी तरह से बरगद के वृक्ष का भी जन्मदिन मनाते हैं. इस दौरान बर्थडे केक काटा जाता है, पेड़ सजाए जाते हैं. सभी के साथ खुशी-खुशी मिलकर मिठाइयां भी बांटी जाती है. हम लोगों से अपील करते हैं, कि पेड़ जरूर लगाएं. पेड़ हमारे लिए बेहद जरूरी है. यह ऑक्सीजन देता है, वहीं, पेड़ों की बढ़ोतरी होने से पर्यावरण संतुलन बना रहता है.''- समाजसेवी संतोष कुमार, जन औषधि केंद्र संचालक