गया: साल 2020 में कोरोना महामारी के कारण जिलेवासियों पर काफी गंभीर प्रभाव पड़ा. अकेले जिले में कोरोना वायरस के कारण 61 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि आज भी 80 लोग जीवन और मृत्यु से जूझ रहे हैं. अब लोग नए साल में कोरोना वैक्सीन से उम्मीद लगाए बैठे हैं. ताकि उनकी अस्त-व्यस्त जीवन पटरी पर आ सके.
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम नीलेश कुमार ने बताया कि गया जिले में कुल 8 लाख 64 हजार 642 लोगों का कोरोना टेस्ट करवाया गया. जिसमें से 7463 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इसमें से 61 लोगों की मौत हुई है. हालांकि गया में अब रिकवरी रेट 98 प्रतिशत से बढ़कर 99 प्रतिशत तक पहुंच गया है. वहीं, जिले में पिछले 26 दिनों में एक भी कोरोना पीड़ित की मौत नहीं हुई है.
"जिले में कोरोना को लेकर वैक्सीनेशन की तैयारी चल रही है. वैक्सीनेशन के लिए जिला स्तर पर लिस्टिंग कर ली गई है. जिले में 15 लाख वैक्सीन रखने की व्यवस्था की गई है. वैक्सीनेशन को लेकर सभी तरह की तैयारी कर ली गई है."- अभिषेक सिंह, जिलाधिकारी
लोगों को नए साल से खास उम्मीद
बता दें कि गया के अंतरराष्ट्रीय स्थल होने के बावजूद यहां एक भी विदेशी नागरिक कोरोना पीड़ित नहीं हुए और ना ही किसी की मृत्यु हुई. गया जिले का अन्य जिलों से ज्यादा जनसंख्या होने के बाद भी यहां मृत्यु दर बहुत कम रहा. फिर भी कोरोना की मार से बोधगया का पर्यटन उद्योग पूरी तरह से ध्वस्त हो गया. इससे हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं. साल 2020 की कड़वाहट को दूर करने के लिए लोगों को नए साल से खास उम्मीद है.