मोतिहारी: शहर के पहचान से जुड़े ऐतिहासिक मोतीझील के अतिक्रमणकारियों के खिलाफ पूर्वी चंपारण जिला प्रशासन ने एक बार फिर अभियान शुरू किया है. जिला प्रशासन ने इस बार योजनाबद्ध तरीके से मोतीझील के अतिक्रमण को हटाने का कार्य शुरू की है. डीएम शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश पर एडीएम शशि शेखर चौधरी के नेतृत्व में सदर एसडीओ प्रियरंजन राजू, डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता और डीसीएलआर समेत कई अधिकारियों ने शहर के रोईंग क्लब से अभियान की शुरुआत की.
काफी संख्या में थे पुलिस के जवान
बिना किसी प्रतिरोध के शुरू हुए अभियान के दौरान भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी. स्थानीय लोग भी खुद अतिक्रमित भूमि को खाली करते हुए दिख रहे थे और अपने पक्के मकानों को खुद तोड़ने में लोग लगे थे. जो जरूरी सामान था उसे खुद ही हटा रहे थे.
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158 अतिक्रमणकारी हुए हैं चिह्नित
अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान कानून व्यवस्था को देख रहे सदर एसडीओ प्रियरंजन राजू ने बताया कि स्थानीय लोगों के सहयोग से मोतीझील से अतिक्रमण को हटाने का कार्य शुरू हुआ है. उन्होंने बताया कि मोतीझील के जमीन को अतिक्रमित कर पक्का निर्माण करने वाले 158 लोग चिह्नित किए गए हैं. जिनमें से 138 लोगों के खिलाफ भूमि सुधार उपसमाहर्ता के द्वारा आदेश पारित हुआ है. जिसके आलोक में कार्रवाई शुरू की गई है.
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चार फेज में हटाया जाएगा अतिक्रमण
बता दें कि पूर्व में जब भी मोतीझील से अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू हुआ. हंगामा और विवाद के कारण अभियान को रोकना पड़ा है. जिससे सीख लेते हुए जिला प्रशासन ने इस बार योजनाबद्ध तरीके से अपना अभियान शुरू किया. अतिक्रमण हटाने के अभियान को शुरू करने के पूर्व जिला प्रशासन ने मोतीझील की पैमाईश करायी और अतिक्रमणकारियों को चिह्नित किया.
उसके बाद मोतीझील का अतिक्रमण करके बिल्डिंग बना लेने वाले लोगों के साथ जिला प्रशासन की टीम ने बैठक कर उनसे बात की. उन्हें समझाया गया. फिर समय निर्धारित कर गुरुवार से अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू हुआ. मोतीझील से अतिक्रमण हटाने का कार्य चार फेज में होगा. जिसके लिए डीएम ने 15 दिनों का समय निर्धारित किया है.