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मोतिहारीः लगातार 10वें दिन भी जारी रहा स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष का अनशन - नशीली दवाओं पर रोक का मामला

आमरण अनशन पर भूखे प्यासे बैठे स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रंजीत सिंह की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती ही जा रही है. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन मांगों को नहीं मानती है तो मैं यहीं दम तोड़ दूंगा, लेकिन अनशन नहीं तोड़ूंगा.

रक्सौल
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Published : Aug 30, 2019, 4:20 PM IST

मोतिहारीः स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष का अनशन लगातार 10 वें दिन भी जारी रहा. लेकिन प्रशासन उनकी मांग को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है. इधर मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में रंजीत सिंह भी अनशन नहीं तोड़ने की जिद पर अड़े हैं. हांलाकि प्रशासन की तरफ से अनशन तुड़वाने की कोशिश की गई थी, लेकिन प्रयास नाकामयाब रहा.

अनशन का वीडियो

10 दिनों से बैठे हैं अनशन पर
आमरण अनशन पर भूखे प्यासे बैठे स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रंजीत सिंह की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती ही जा रही है. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन मांगों को नहीं मानती है तो मैं यहीं दम तोड़ दूंगा, लेकिन अनशन नहीं तोड़ूंगा.

रक्सौल को जिला घोषित करने की मांग
बता दें कि रंजीत सिंह की मांगों में रक्सौल को जिला घोषित करने, व्यवहार न्यायालय की स्थापना, शहर में रिंग रोड़, रक्सौल रेलवे स्टेशन, नगर परिषद और जिला परिषद के खाली पड़े जमीनों पर फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों के बीच विधि सम्मत आवंटन जैसे मुद्दे शामिल हैं.

मोतिहारी
स्वच्छ रक्सौल संस्था का अध्यक्ष

नशीली दवाओं पर लगे रोक
इसके अलावा रंजीत सिंह ने नगर परिषद की ओर से नदी में गिराए जा रहे कूड़ों पर रोक, मच्छर मारने वाली दवाओं का नियमित छिड़काव, शहर में नशीली दवाओं की बिक्री पर रोक, ट्रैफिक व्यवस्था की बहाली, बाटा चौक से बड़ी मस्जिद तक नो पार्किंग जोन घोषित करना, प्लास्टिक के उपयोग पर रोक आदि मांग भी शामिल है.

मोतिहारीः स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष का अनशन लगातार 10 वें दिन भी जारी रहा. लेकिन प्रशासन उनकी मांग को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है. इधर मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में रंजीत सिंह भी अनशन नहीं तोड़ने की जिद पर अड़े हैं. हांलाकि प्रशासन की तरफ से अनशन तुड़वाने की कोशिश की गई थी, लेकिन प्रयास नाकामयाब रहा.

अनशन का वीडियो

10 दिनों से बैठे हैं अनशन पर
आमरण अनशन पर भूखे प्यासे बैठे स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रंजीत सिंह की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती ही जा रही है. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन मांगों को नहीं मानती है तो मैं यहीं दम तोड़ दूंगा, लेकिन अनशन नहीं तोड़ूंगा.

रक्सौल को जिला घोषित करने की मांग
बता दें कि रंजीत सिंह की मांगों में रक्सौल को जिला घोषित करने, व्यवहार न्यायालय की स्थापना, शहर में रिंग रोड़, रक्सौल रेलवे स्टेशन, नगर परिषद और जिला परिषद के खाली पड़े जमीनों पर फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों के बीच विधि सम्मत आवंटन जैसे मुद्दे शामिल हैं.

मोतिहारी
स्वच्छ रक्सौल संस्था का अध्यक्ष

नशीली दवाओं पर लगे रोक
इसके अलावा रंजीत सिंह ने नगर परिषद की ओर से नदी में गिराए जा रहे कूड़ों पर रोक, मच्छर मारने वाली दवाओं का नियमित छिड़काव, शहर में नशीली दवाओं की बिक्री पर रोक, ट्रैफिक व्यवस्था की बहाली, बाटा चौक से बड़ी मस्जिद तक नो पार्किंग जोन घोषित करना, प्लास्टिक के उपयोग पर रोक आदि मांग भी शामिल है.

Intro:रक्सौल (मोतिहारी)----- पिछले 10 दिनों से स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रंजीत सिंह द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन पर भूखे प्यासे बैठे हुए हैं ऐसे में उनकी स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है परंतु प्रशासन के द्वारा उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा है और इधर रंजीत सिंह भी ठान कर बैठे हुए हैं की अंतिम शवयात्रा निकले नही तो हम अपनी मांग को पूरा किए बगैर अपने आंदोलन को स्थगित नही कर सकता उन्होंने अपनी मांगों के दौरान बताया कि एनएच 28 बायपास रोड बनाया जाए एवं सभी नेपाल से आने जाने वाली भारी वाहनों को आईसीपी डायवर्ट किया जाए ,कस्टम से नेपाली स्टेशन, हवाई अड्डा होते हुए आईसीपी तक प्रस्तावित सड़क का अति शीघ्र काम शुरू किया जाए तथा आदापुर भलाई सड़क स्थित कई वर्षो से जर्जर है इस महत्वपूर्ण सड़कों को निर्माण कार्य यथाशीघ्र किया जाए၊Body:रक्सौल स्टेशन नगर परिषद एवं जिला परिषद के खाली पड़े हुए जमीनों पर फुटपाथ विक्रेताओं के बीच विधि सम्मत आवंटन किया जाए ताकि शहर में बेरोजगारी अतिक्रमण और जाम की समस्या से निजात मिल सके सुरक्षा के दृष्टिकोण से नेपाल से आने वाले नेपाली नम्बर वाहनों का इंट्रीसिस्टम लागू किया जाए, रक्सौल को जिला घोषित किया जाए व्यवहार न्यायालय की स्थापना शीघ्र शुरू किया गया, नगर परिषद द्वारा बार-बार आग्रह करने के बाद भी पशु नियंत्रण और सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है सरिस्वा नदी में नगर परिषद द्वारा गिराए जा रहे हैं कुछ कूड़ा कचरा को शीघ्र बंद किया जाए ,मच्छर भगाने के लिए डीडीटी छिड़काव फागिंग मशीन का नियमित प्रयोग किया जाए, कई जगह नवनिर्मित श्मशान घाट का संचालन नहीं होने से नो मैंस लैंड और कूड़े कचरे में दाह संस्कार करने की विवशता है सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराकर जाम से हमेशा के लिए मुक्ति दिलाया जाए, ट्रैफिक पुलिस बहाल किया जाए ई रिक्शा तांगा टेंपो और जीप स्टैण्ड़ अलग और बनवाया जाए मेन रोड में उड़ रहे धूल कणों से प्रदूषण की समस्या को समुचित समाधान किया जाए नशा मुक्ति अभियान के बाद भी नशा सेवन और नशीली दवाओं की अवैध बिक्री को बंद किया जाए कूड़ा फैलाने या जलाने वाले व्यक्ति को दंडित किया जाए साथी प्लास्टिक बंदी कड़ाई से लागू कराया जाए बाटा चौक से बड़ी मस्जिद तक नो पार्किंग जोन घोषित किया जाए, रेल प्रशासन द्वारा 24 नवंबर 2018 को दोनों ओवरब्रिज 33 और 34 का निर्माण, स्टेशन रोड का निर्माण और सफाई का वादा किया गया था जिसे अब तक पूरा नहीं किया जा सका इसे अति शीघ्र पूरा किया जाए प्लेटफार्म पर बने फुटओवर ब्रिज का विस्तार उत्तर और दक्षिण दिशा में स्टेशन से बाहर की ओर किया जाएConclusion:ऐसे में विकास की समस्याओं को लेकर आमरण अनशन पर बैठे किसी भी प्रशासनिक पदाधिकारी द्वारा वैधानिक आश्वासन नहीं दी जा रही है लेकिन रंजीत सिंह का कहना है कि जब तक पूरी नहीं होती तब तक मैं आमरण अनशन नहीं तोडूंगा इसी दौरान बुधवार की अर्धरात्रि को स्थानीय अनुमंडल पदाधिकारी अमित कुमार ,अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार झा द्वारा गुपचुप तरीके से उनकी ब्लड प्रेशर की जांच कराई गई ब्लड प्रेशर नार्मल नहीं होने के कारण उन्हें पानी पिलाने की पुरजोर कोशिश की गई एंबुलेंस के साथ आए अधिकारी की योजना थी कि जैसे तैसे रंजीत सिंह को उठाकर मोतिहारी सदर अस्पताल भेज दिया जाए और अनशन तुड़वा दिया जाए परंतु रंजीत सिंह के जिद ने उनकी साजिश पर पानी फेर दिया और पुणःउनकी बातों को नाकारते हुए फिर से आमरण अनशन पर बैठ गए इसी दौरान आज निजी स्कूल के सैंकड़ों छात्रों ने धरना स्थल पर पहुंचकर विशाल सभा के आयोजन कर पिछले दिनों स्थानीय रक्सौल वासी भी अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान को बंद कर उनके मुहिम को समर्थन दिया ,आज दसवे दिन होने के बावजूद भूख हडताल जारी रखा है၊_bhc_10080
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