मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला परिषद में राजनीति उफान पर है. कभी जिप अध्यक्ष के करीबी रहे जिप सदस्य सुरेश यादव ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वे इस हद तक लड़ाई के मूड में हैं कि उन्होंने जिला परिषद के लोक कार्य समिति के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है.
जिप अध्यक्ष पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
दरअसल, 26 अगस्त को सुरेश यादव के नेतृत्व में जिप सदस्यों ने प्रियंका जायसवाल के खिलाफ कार्यालय के गेट पर धरना दिया था. उन लोगों ने प्रियंका जायसवाल की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. जिसके जबाव में जिप अध्यक्ष ने भी 27 अगस्त को पत्रकार वार्ता कर सुरेश यादव पर आरोपों की झड़ी लगा दी थी. इसके बाद सुरेश यादव ने जिला परिषद की लोक कार्य समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. जिप अध्यक्ष ने उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है.
भ्रष्टाचार की हो जांच- सुरेश यादव
जिप सदस्य सुरेश यादव ने कहा कि जिला परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ उन्होंने इस्तीफा दिया है. यादव ने कहा कि जब तक जिला परिषद में फैले भ्रष्टाचार की जांच नहीं होगी, तब तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी. गौरतलब है कि सुरेश यादव जिप अध्यक्ष के चुनाव के समय प्रियंका जायसवाल के प्रस्तावक भी थे. लेकिन अब अचानक पाला बदलने से जिला परिषद की राजनीति गरमा गई है.