मोतिहारी : मेजरगंज थाना क्षेत्र में शराब माफियाओं के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद दारोगा दिनेश राम का तिरंगा में लिपटा शव घर पहुंचते ही कोहराम मच गया. परिवार के लोगों के चीख पुकार से इलाका गमगीन हो गया है. शहीद दारोगा का शव गांव में पहुंचने की जानकारी मिलने पर पूरे इलाके के लोग उनके घर पर इकठ्ठा हो गए. शहीद दारोगा के शव को देखते ही सभी की आंखें नम हो गई.
इसे भी पढ़ें: मिड डे मील के नए मूल्य दर की राशि छात्रों के खाते में होगी ट्रांसफर
शव पहुंचते ही लोगों की जुटी भीड़
सीतामढ़ी में शहीद दारोगा दिनेश राम के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया. शहीद का शव लेकर दारोगा के बड़े भाई उमेश राम और पत्नी किरण देवी के साथ सीतामढ़ी पुलिस के उनके कई साथी पैतृक गांव पूर्वी चंपारण जिला के लखौरा थाना स्थित सरसौला गांव पहुंचे.
घर पर शव पहुंचे ही शहीद दारोगा की मां और अन्य परिजनों के बीच कोहराम मच गया. पूरा इलाका शहीद दारोगा के गम में डूब गया है. शहीद दारोगा को गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. एसपी ने नेतृत्व में जिला पुलिस की टीम शहीद दारोगा दिनेश राम के गांव पहुंच रही है.
ये भी पढ़ें: हाथी का आतंक: शिक्षक सहित दो लोगों को कुचला, मौके पर मौत
2009 बैच के दारोगा थे दिनेश राम
शहीद दिनेश राम 2009 बैच के दारोगा थे. उनकी शादी सिवान जिले के जीरादेई की पंचायत शिक्षिका किरण देवी के साथ हुई थी. उनके दो छोटे-छोटे बच्चे भी है. मोतिहारी प्रखंड के बरवा पंचायत स्थित प्राथमिक स्कूल में दिनेश राम ने वर्ष 2005 में नियोजित शिक्षक के रुप में योगदान दिया था. गरीबी के आंचल में पले-बढ़े दिनेश राम बचपन से ही परिस्थितियों से लड़ते हुए दारोगा बने थे.