मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है. यहां एक पिता को इंसाफ नहीं मिला तो बेटे ने आत्महत्या कर ली. दरअसल मोतिहारी के हरसिद्धि में पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की गोली मारकर हत्या हुई थी. उसके बाद इंसाफ के लिए परिवार वाले गुहार लगा रहे थे. इसी बीच पुलिस कार्यशैली से नाराज बिपिन अग्रवाल के नाबालिग बेटे रोहित अग्रवाल (RTI Activist Son Commits Self Immolation In Motihari) ने अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी. जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया. जख्मी रोहित को इलाज के लिए मोतिहारी सदर अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उसकी मौत हो गयी. चौदह वर्षीय रोहित कुमार दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता के तीन संतानों में सबसे बड़ा था.
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'अपने पिता के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए रोहित कई महीनों से गुहार लगा रहा था. गुरुवार को एसपी से मुलाकात करने उनके कार्यालय आया था. लेकिन वह एसपी से नहीं मिल पाया. जिससे नाराज होकर वह घर लौटा और देर शाम अपने घर के सामने एक तीन मंजिला भवन पर चढ़ गया. भवन के सबसे उपरी तल्ले पर चढ़कर उसने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारा लगाया और अपने शरीर में आग लगाकर कूद गया'- विजय अग्रवाल, रोहित के दादा
रोहित के दादा ने बताया कि शरीर में आग लगाने के कारण वह बुरी तरीके से झुलस गया. रोहित जब छत से कूदा तो पहले बिजली के तार पर गिरा, उसके बाद वो जमीन पर आ गया. जिसे तुरंत हरसिद्धि में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. जहां से उसे मोतिहारी रेफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. रोहित की मां मोनिका देवी पुत्र को देखकर बेहोश हो गई. रोहित के उठाए गए इस खौफनाक कदम से परिवार के लोग अचंभित हैं, सभी का रो-रोकर बुरा हाल है.
बता दें कि 24 सितंबर 2021 को हरसिद्धि प्रखण्ड कार्यालय गेट के पास आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की दिन दहाड़े अपराधियों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. परिजनों ने अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध हरसिद्धि थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. घटना के बाद पुलिस अनुसंधान में कई लोगों के नाम सामने आए. जिसमें सात लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. वहीं, विपिन अग्रवाल के परिजन हरसिद्धि बाजार के कुछ अन्य भूमि माफिया और सफेदपोश लोगों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. जिसे लेकर कई बार विपिन के परिजन अधिकारियों के यहां गुहार भी लगा चुके हैं. साथ ही कई बार उनलोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध भी किया.
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दरअसल, आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल हरसिद्धि बाजार के सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे. जिस कारण भूमि माफिया समेत कई सफेदपोश विपिन अग्रवाल को टारगेट किए हुए थे. विपिन अग्रवाल पर कई झूठे मुकदमे कराये गए और उन पर कई बार हमला भी हुआ था. लेकिन 24 सितंबर 2021 को प्रखंड कार्यालय के पास बाइक सवार अपराधियों ने उनकी हत्या कर दी. जिस हत्याकांड के अनुसंधान में कई भूमि माफियाओं के अलावा सफेदपोश लोगों के नाम भी सामने आए हैं. जिसमें से अब तक सात लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
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