मोतिहारी : लॉकडाउन पीरियड में सोशल मीडिया पर जारी राजनीतिक गतिविधियां अब अनलॉक बिहार में खुलकर होने लगी है. बिहार विधानसभा का चुनावी वर्ष होने के कारण नेताओं का इधर से उधर जाना शुरु हो गया है. वहीं, सोमवार को सहनी समाज के नेता सुरेश सहनी ने अपने समर्थकों के साथ बीजेपी का दामन छोड़कर आरजेडी की सदस्यता ग्रहण की है. राष्ट्रीय जनता दल के जिला कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सुरेश सहनी की आरजेडी में घर वापसी हुई है. पूर्वी चंपारण के आरजेडी जिलाध्यक्ष सुरेश यादव ने सुरेश सहनी को पार्टी की सदस्यता दिलाई और उन्हे फूलों का माला पहनाकर पार्टी में उनका स्वागत किया.
'बीजेपी में पिछड़ा-अतिपिछड़ा की नहीं है पूछ'
आरजेडी में वापसी के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सुरेश सहनी ने बताया कि बीजेपी में पिछड़ा-अतिपिछड़ा समाज की पूछ नहीं है और ना हीं पिछड़ा-अतिपिछड़ा समाज को बीजेपी में सम्मान मिलता है. वहीं, उन्होंने कहा कि बीजेपी में केवल बात बनाने वाले लोग हैं. सामाज के लिए काम करने वाले नेता नहीं हैं. इसलिए वह आरजेडी में लौटकर आए हैं और तेजस्वी यादव के हाथों को मजबूत करेंगे.
'सुरेश सहनी की हुई है घर वापसी'
इस मौके पर आरजेडी जिलाध्यक्ष सुरेश यादव ने कहा कि सुरेश सहनी एक कद्दावर नेता हैं और उनकी आरजेडी में घर वापसी हुई है. उन्होंने कहा कि हमारे पुराने साथी सुरेश सहनी के पार्टी में आने से पार्टी मजबूत हुई है, जिसका फायदा आगामी बिहार विधान सभा चुनाव में आरजेडी को मिलेगा.
जोड़-तोड़ की राजनीति हुई शुरु
दरअसल, इसी साल बिहार में विधानसभा का चुनाव होना है. लॉकडाउन खत्म होने के बाद जोड़ तोड़ की राजनीति अब शुरु हो गई है, जिसकी शुरुआत आरजेडी ने कर दी है और सहनी समाज के नेता को आरजेडी की सदस्यता दिलाने में पार्टी ने सफलता पाई है.