मोतिहारी: पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण पूर्वी चम्पारण ( East Champaran ) जिले के कई प्रखंड से होकर गुजरने वाली पहाड़ी पहास नदी ( Pahas River ) उफनाई हुई है. पहास नदी का जलस्तर बढ़ने से कई जगहों पर बांध (Dam) टूट हो गया है. जिसके चलते ग्रामीण इलाकों में पानी तेजी से फैलने लगा है.
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कुछ इलाकों में तो नदी का पानी सड़कों को काट कर अपने साथ बहा ले गयी है. जिस कारण छौड़ादानो प्रखंड के कई गांव का प्रखंड और जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया है. पसाह नदी के पानी में कई एकड़ खेत डूबे चुके हैं. जिले में कई जगहों पर सड़कों के ऊपर पानी बह रहा है.
छौड़ादानो प्रखंड क्षेत्र के महुआवा से बैशाखवा जाने वाली सड़क का लगभग तीस फीट हिस्सा पानी बहा ले गई. जिस कारण कई गांव का सड़क सम्पर्क टूट गया है. वहीं पानी के तेज बहाव के चलते गम्हरिया गांव से लोहड़िया गांव तक जाने वाली सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई है. जिससे लोगों की काफी परेशानी हो रही है. लोगों के सामने खाने-पीने की समस्या उत्पन्न हो गई है. वहीं अभी तक स्थानीय प्रशासन की ओर से इस क्षेत्र का जायजा लेने कोई भी नहीं आया है.
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बता दें कि आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा मंगलवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य के 16 जिलों के 96 प्रखंडों की कुल 670 पंचायतें बाढ़ से आंशिक या पूर्ण रूप से प्रभावित हैं. वहां की 32 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में है. आपदा प्रबंधन विभाग ने इन जिलों में राहत व बचाव का कार्य तेज कर दिया है. साथ ही सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर पर जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों के साथ लगातार निगरानी हो रही है.
इसके अलावा, पटना के अलावा मुजफ्फरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहरसा, वैशाली, भोजपुर, लखीसराय, भागलपुर, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर, समस्तीपुर और पूर्णिया जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. इन जिलों में बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 14 और एसडीआरएफ की 12 टीमों को लगाया गया है.
इसके अलावा दो एनडीआरएफ की और तीन एसडीआरएफ की अन्य टीमें दूसरे बाढ़ प्रभावित जिलों में पहले से तैनात हैं. प्रभावित इलाकों में 2585 नावों का परिचालन किया जा रहा है. अधिकारी का कहना है कि जरूरत के अनुसार इन नावों की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है.