बगहा: जिला के वार्ड सचिवों ने मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल योजना में अनुरक्षक के पद पर बहाली में अनियमितता को लेकर धरना दिया और बैठक का आयोजन किया. नल जल योजना अंतर्गत वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधक समिति द्वारा प्रत्येक वार्ड में अनुरक्षक पदों की बहाली करनी है, जिसमें वार्ड सचिवों को वरीयता देना है. जबकि वार्ड सचिवों का आरोप है कि किसी अन्य को भी इस पद पर समिति बहाल कर दे रही है.
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वार्ड सचिवों ने मनमानी के खिलाफ दिया धरना
मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल योजना में अनुरक्षक के पद पर बहाली में अनियमितता को लेकर वार्ड सचिवों ने एक दिवसीय धरना दिया. बगहा के विमल बाबू मैदान में आयोजित इस धरना एवं बैठक में कई प्रखण्डों के वार्ड सचिव एकजुट हुए और वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधक समिति पर मनमानी करने का आरोप लगाया. वार्ड सचिवों का कहना है कि समिति वाटर टॉवर के लिए जमीन मुहैया कराने वाले भू-स्वामियों के भी इस पद पर चयन कर दे रही है.
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बीडीओ ने कहा वार्ड सचिवों को ही मिलेगी वरीयता
बीडीओ प्रणव गिरी ने कहा कि अनुरक्षकों की बहाली वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के इच्छा पर निर्भर है और इस पद पर चयन के लिए वार्ड सचिवों और सदस्यों को ही वरीयता देनी है. लेकिन कई जगह वाटर टावर स्थापित करने के लिए भूमि देने वाले भू-स्वामी भी इस पद के लिए इच्छुक हैं. लिहाजा उनका भी ध्यान रखा जा रहा है.
वार्ड सचिवों ने दी आंदोलन की चेतावनी
मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल योजना के बेहतर संचालन हेतु पंचायती राज विभाग ने अनुरक्षकों की बहाली करने का फैसला लिया है. वार्ड सचिवों का कहना है कि विभाग द्वारा पत्रांक 6126/19 के तहत वार्ड सचिवों के अलावा अन्य की बहाली नहीं करनी है. ऐसे में समिति अन्य लोगों को भी बहाल कर दे रही है जो कि मनमानीपूर्ण रवैया है. यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे आंदोलन करेंगे.