मोतिहारी : बिहार के मोतिहारी में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है. सरकार की नीतियों के खिलाफ पूर्वी चंपारण का मुखिया संघ मंगलवार को सड़क पर उतरा. पंचायती राज व्यवस्था में नए सिस्टम को लागू किए जाने के कारण सरकार से नाराज चल रहे जिला के सभी पंचायतों के मुखिया ने समाहरणालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया.
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'सरकार हस्तक्षेप करना बंद करे' : प्रदर्शन कर रहे मुखियागणों ने मांग की है कि केंद्र और राज्य की सरकार पंचायत प्रतिनिधियों के कार्य में हस्तक्षेप करना बंद करें. अन्यथा आगे चलकर और भी ज्यादा उग्र आंदोलन किया जाएगा. ग्राम स्वराज आक्रोश मार्च और प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पूर्वी चंपारण मुखिया संघ के अध्यक्ष शशिभूषण सिंह ने बिहार सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की.
''सरकार मुखिया के अधिकारों में कटौती करना बंद करे. सरकार ग्राम सभा से काम करने की स्वतंत्रता देने के बजाए टाइड और अनटाइड के पेंच में फंसाना बंद नहीं करती है तो आने वाले चुनाव में मुखिया संघ सरकार को छठी का दूध याद दिला देगा.''- शशिभूषण सिंह, अध्यक्ष, पूर्वी चंपारण मुखिया संघ
डीएम को सौंपा गया 9 सूत्री मांगों का ज्ञापन : बता दें कि मुखिया संघ के बैनर तले ग्राम स्वराज आक्रोश मार्च में हाथों में बैनर पोस्टर लिए मुखियागणों का जत्था शहर के नरसिंह बाबा के मठ से निकला. इसके बाद नगर के मुख्यपथ से पैदल मार्च करते हुए मुखिया संघ का काफिला समाहय्रणालय पहुंचा. मुखियागण सरकार विरोधी नारे भी लगा रहे थे. समाहरणालय पर प्रदर्शन के बाद मुखिया संघ का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष शशिभूषण सिंह और प्रदेश अध्यक्ष राजू बैठा के नेतृत्व में डीएम से मिला. प्रतिनिधि मंडल ने डीएम को अपने नौ सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा.