मोतिहारी: पूर्वी चंपारण के जिला मुख्यालय मोतिहारी स्थित कस्टम कार्यालय के दो कांस्टेबल को सीबीआई की टीम ने घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया (constables caught by CBI taking bribe)और दोनों को अपने साथ पटना ले गई. सुगौली के पान गुटखा व्यवसायी से पकड़े गए सामान को छोड़ने के एवज में दोनों कांस्टेबल ने 35 हजार रुपये घूस की मांग (constables demanded bribe) की थी.
सीबीआई कार्यालय में की गई थी शिकायत : व्यवसायी ने पटना सीबीआई कार्यालय में इसकी शिकायत की थी. व्यवसायी की शिकायत के आधार पर सीबीआई की टीम ने जाल बिछाकर दोनों को शहर के एक रेस्टोरेंट से रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.दोनो कंस्टेबल की गिरफ्तारी की जानकरी दूसरे दिन मिलने पर मीडियाकर्मी कस्टम कार्यालय पहुंचे तो अधिकारियों ने इस मामले से अपनी अनभिज्ञता जताई. कैमरा पर कुछ भी बोलने से इंकार करते हुए सिर्फ इतना कहा कि कांस्टेबल की गिरफ्तारी कस्टम कार्यालय से नहीं हुई है, बल्कि एक निजी रेस्टोरेंट से हुई है. इसलिए उसके बारे में कुछ भी जानकारी नहीं हैं.
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लालबाबू भगत और संजय कुमार मिश्र हैं रिश्वतखोरों के नाम : रिश्वत लेते सीबीआई के हत्थे चढ़े नगर थाना क्षेत्र के बेलवनवा के रहने वाले हेड कांस्टेबल लालबाबू भगत और अरेराज के रहने वाले संजय कुमार मिश्र हैं. दोनो कांस्टेबल ने सुगौली के एक पान गुटखा व्यवसायी के पकड़े गए माल को छोड़ने के लिए 35 हजार रुपये मांगे थे. जिसकी जानकारी व्यवसायी ने पटना में सीबीआई कार्यालय को दी.सीबीआई की टीम ने मामले की सत्यता की जांच कर शुक्रवार को छापेमारी कर दोनों कांस्टेबल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. बता दें कि विगत एक फरवरी को कस्टम अधीक्षक दिलीप कुमार चौधरी और कंप्यूटर ऑपरेटर आनंद कुमार को सीबीआई ने 90 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए कार्यालय से गिरफ्तार किया था.अधीक्षक ने ढाका थाना क्षेत्र के जमुआ निवासी रिंकू जायसवाल से ट्रक छोड़ने के नाम पर पैसे की मांग की थी.
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