मोतिहारी: देश के स्वच्छ शहरों की रैंकिंग में मोतिहारी नगर परिषद पिछड़ता जा रहा है. देश की स्वच्छ शहरों की सूची हो या राज्य की स्वच्छता रैंकिंग हो. रैकिंग रिकॉर्ड के अनुसार मोतिहारी नगर परिषद की स्थिति पहले से ज्यादा खराब है. बर्ष 2019-20 में देश के स्वच्छता रैंकिंग में मोतिहारी नप को 362 वां स्थान मिला है. जबकि राज्य के स्वच्छ शहरों की सूची में पांच पायदान नीचे खिसककर नगर परिषद 12 वें स्थान पर पहुंच गया है.
नगर विधायक व राज्य के कला संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार और नगर परिषद के उपाध्यक्ष रवि भूषण श्रीवास्तव के एक जैसे सुर है. दोनों ने नगर परिषद के स्वच्छता रैंकिंग गिरने का ठिकरा सफाई कर्मियों पर फोड़ दिया. मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि रैंकिंग कोई खास मायने नहीं रखता है. उन्होंने पटना, मुजफ्फरपुर समेत अन्य शहरों से तुलना करते हुए मोतिहारी को उनसे अच्छा बताया. नगर परिषद के उपाध्यक्ष रविभूषण श्रीवास्तव ने कहा कि नगर परिषद के कर्मियों के कारण रैकिंग में नप पिछड़ा है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में नगर परिषद की रैंकिंग में सुधार होगा.
रैंकिंग गिरने से स्थानीय लोग चिंतित
स्थानीय लोग नगर परिषद के स्वच्छता रैकिंग गिरने को चिंताजनक मानते हैं. शहरी क्षेत्र में रहने वाले मो. साजिद रजा ने शहर की सफाई व्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अवारा पशु और गंदगी के कारण रैंकिंग में नगर परिषद पिछड़ा है.
मिशन के तहत कार्य करने का निर्देश
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि स्वच्छता रैंकिंग जारी होने के बाद नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को स्वच्छ भारत मिशन के निर्देश के अनुसार कार्य करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि नगर परिषद को स्वच्छ भारत मिशन के तहत कई कैटेगरी में कार्य करने के लिए निर्देश दिया गया है. ताकि आने वाले समय में नगर परिषद की रैंकिंग में सुधार हो सके.
पीएम ने मोतिहारी से स्वच्छता कार्यक्रम की थी शुरुआत
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी बर्ष में मोतिहारी से हीं पूरे देश में स्वच्छता को लेकर कार्यक्रम की शुरुआत की थी. सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह की शुरुआत करते हुए पीएम ने देश वासियों को मोतिहारी से हीं स्वच्छता का पाठ पढ़ाया था. लेकिन स्वच्छता रैंकिंग में ही मोतिहारी पिछड़ता जा रहा है, जो नगर परिषद के क्रिया कलापों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है.