मोतिहारी: पंचायत अध्यक्ष की कार्यशैली से नाराज होकर धरने पर बैठने जा रहे जिला पंचायत सदस्यों को रोकने पर जिला परिषद गेट पर जमकर हंगामा हुआ. जिला पंचायत सदस्य पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार धरना करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्हें रोकने से जिला पंचायत सदस्य आक्रोशित हो गएऔर नाराज सदस्यों ने परिषद के गेट पर समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए.
भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप
धरना दे रहे जिला पंचायत सदस्यों ने जिला परिषद के अध्यक्ष और डीडीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान जिला परिषद सदस्यों ने आरोप लगाया कि तीन वर्ष के कार्यकाल में अध्यक्ष ने अब तक सदस्यों की चार बैठकें ही बुलाई है. इसके अलावा सदस्यों ने अध्यक्ष पर मनमानी करने के साथ ही भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया.
सुरेश यादव का क्या है कहना
धरना दे रहे सुरेश यादव ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने बड़े पैमाने पर घोटाला किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि यहां पर एक फर्जी जेई की बहाली की गई है, जिसके मिली भगत से करोड़ों-करोड़ों का घोटाला किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमें एसडीओ से धरना के लिए अनुमती मिली थी. लेकिन आज सुबह जब हम लोग धरना के लिए पहुंचे तो अध्यक्ष और डीडीसी की ओर से हमलोगों को रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि यहां पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. इसलिए हमलोगों को धरने पर बैठने से रोका जा रहा है.
आपको बता दें कि जिला पंचायत सदस्य पहले से निर्धारित कार्यक्रम को लेकर धरना और प्रर्दशन करने आए थे. इस दौरान अध्यक्ष और डीडीसी की ओर से रोकने पर कुछ देर के लिए माहौल गर्म हो गया. लेकिन बाद में जिला पंचायत के सदस्य धरने पर अड़ गये और धरना प्रर्दशन कर नारेबाजी की. जिला पंचायत के सदस्य सुरेश यादव के नेतृत्व में ममता राय, सीमा जायसवाल, आशा सिंह, संजय सिंह धरना पर बैठे थे. जिनके समर्थन में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि भी धरना में शामिल हुए.