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RTI Activist Son Suicide Case: पप्पू यादव ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की, कहा- CBI जांच होनी चाहिए - रोहित के आत्मदाह मामला

रविवार को जाप प्रमुख पप्पू यादव ने विपिन अग्रवाल के परिवार से मुलाकात की (Motihari RTI ACTIVIST Suicide Case) है. इस दौरान उन्होंने कहा कि वे मामले में सीबीआई जांच चाहते हैं. इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार को पार्टी फंड से 50 हजार रुपए और दोनों बेटों की पढ़ाई का खर्च उठाने की घोषणा की.

पप्पू यादव ने विपिन अग्रवाल के परिवार से मुलाकात की
पप्पू यादव ने विपिन अग्रवाल के परिवार से मुलाकात की
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Published : Mar 27, 2022, 11:03 PM IST

मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण में (Motihari RTI ACTIVIST Suicide Case) आरटीआई कार्यकर्ता के बेटे के आत्मदाह करने के मामले (RTI Activist Son Commits Suicide in Motihari) में जाप प्रमुख पप्पू यादव (JAP Chief Pappu Yadav) ने सफेदपोश नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की. रविवार को उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और अपनी तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिया. पप्पू ने विपिन अग्रवाल की पत्नी से घटना की पूरी जानकारी ली और उनके दोनों बेटों की पढ़ाई का खर्च उठाने की घोषणा की. पार्टी फंड से 50 हजार रुपए मदद करने का भी ऐलान किया.

ये भी पढ़ें: RTI Activist Son Suicide Case: डीआईजी के सामने रोहित की मां ने पुलिस पर लगाए संगीन आरोप

सीबीआई जांच की मांग: वहीं, पप्पू से बात करते-करते मृतक विपिन की पत्नी मोनिका देवी कई बार बेहोश हो गई. जिसके बाद पप्पू यादव भी भावुक हो गए. इस दौरान जाप प्रमुख ने कहा कि विपिन का कसूर सिर्फ इतना था कि वह सरकारी जमीन के अतिक्रमण को लेकर माफियाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा था, जिसकी हत्या माफियाओं ने कर दी और पिता के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विपिन के पुत्र रोहित ने अपनी जान दे दी. उन्होंने कहा कि वे विपिन हत्याकांड और रोहित आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर कोर्ट में एक रिट याचिका डालेंगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रकाश झा में हिम्मत है तो विपिन के परिवार पर फिल्म बनाकर लोगों को सच्चाई दिखाएं.

पीड़िता ने अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की: मोनिका देवी ने डीआईजी से विपिन हत्याकांड के अनुसंधान में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं. उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने की मांग की. मोनिका देवी ने कहा कि पुलिस से आजतक न्याय नहीं मिली. डीजीपी बात सुनने को तैयार नहीं हैं और डीजीपी आवेदन लेने से इंकार कर देते हैं. उन्होंने कहा कि अनुसंधान में जिन लोगों का नाम आया है. उनकी गिरफ्तारी करने से पुलिस बचती रही है और डीजीपी सुनते नहीं हैं, तो वह कहां गुहार लगाने कहां जाए.

'CID जांच की सिफारिश की जाएगी': मृतक रोहित के दादा विजय अग्रवाल द्वारा पुलिस पर बयान बदलने के लिए दबाब बनाने के आरोप पर जबाब देते हुए एसपी ने कहा कि पुलिस ने ऐसा कोई दबाब नहीं बनाया है. मृतक रोहित की मां का बयान मेरे पास आया है. ऐसी कोई बात उन्होंने नहीं कही है. एसपी ने बताया कि मृतक के परिजन इस समय सदमे में हैं. इसलिए कभी-कभी बयान बदल रहे है. गौरतलब है कि हरसिद्धि में पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद पुलिस कार्यशैली से नाराज उनके पुत्र रोहित ने अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी.

क्या है पूरा मामला: बता दें कि हरसिद्धि थाना क्षेत्र में पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर उनके पुत्र रोहित ने अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी. आत्मदाह करने से गंभीर रूप से जख्मी रोहित का इलाज के दौरान मौत हो गई. चौदह वर्षीय रोहित कुमार दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता के तीन संतानों में सबसे बड़ा था. परिजन के अनुसार रोहित गुरुवार को एसपी से मिलने आया था, लेकिन समय दिए जाने के बाद भी एसपी नहीं मिल पाये.

पुलिस के कार्यशैली से नाराज था रोहित: एसपी से मुलाकात नहीं होने से नाराज होकर रोहित घर लौटा और अपने घर के सामने के एक तीन मंजिला मकान पर चढ़ गया. मकान के ऊपरी मंजिल पर चढ़ने के बाद उसने अपने शरीर में आग लगाई और छलांग लगा दी. छलांग लगाने के बाद रोहित का शरीर हाईवोल्टेज बिजली प्रभावित तार पर गिरा. जिस कारण वह काफी झुलस गया. जख्मी हालत में इलाज के लिए रोहित को निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

ये भी पढ़ें: SP ने RTI कार्यकर्ता के बेटे रोहित के आत्मदाह को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, विपिन हत्याकांड की CID जांच की अनुशंसा

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सीबीआई जांच की मांग: वहीं, पप्पू से बात करते-करते मृतक विपिन की पत्नी मोनिका देवी कई बार बेहोश हो गई. जिसके बाद पप्पू यादव भी भावुक हो गए. इस दौरान जाप प्रमुख ने कहा कि विपिन का कसूर सिर्फ इतना था कि वह सरकारी जमीन के अतिक्रमण को लेकर माफियाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा था, जिसकी हत्या माफियाओं ने कर दी और पिता के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विपिन के पुत्र रोहित ने अपनी जान दे दी. उन्होंने कहा कि वे विपिन हत्याकांड और रोहित आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर कोर्ट में एक रिट याचिका डालेंगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रकाश झा में हिम्मत है तो विपिन के परिवार पर फिल्म बनाकर लोगों को सच्चाई दिखाएं.

पीड़िता ने अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की: मोनिका देवी ने डीआईजी से विपिन हत्याकांड के अनुसंधान में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं. उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने की मांग की. मोनिका देवी ने कहा कि पुलिस से आजतक न्याय नहीं मिली. डीजीपी बात सुनने को तैयार नहीं हैं और डीजीपी आवेदन लेने से इंकार कर देते हैं. उन्होंने कहा कि अनुसंधान में जिन लोगों का नाम आया है. उनकी गिरफ्तारी करने से पुलिस बचती रही है और डीजीपी सुनते नहीं हैं, तो वह कहां गुहार लगाने कहां जाए.

'CID जांच की सिफारिश की जाएगी': मृतक रोहित के दादा विजय अग्रवाल द्वारा पुलिस पर बयान बदलने के लिए दबाब बनाने के आरोप पर जबाब देते हुए एसपी ने कहा कि पुलिस ने ऐसा कोई दबाब नहीं बनाया है. मृतक रोहित की मां का बयान मेरे पास आया है. ऐसी कोई बात उन्होंने नहीं कही है. एसपी ने बताया कि मृतक के परिजन इस समय सदमे में हैं. इसलिए कभी-कभी बयान बदल रहे है. गौरतलब है कि हरसिद्धि में पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद पुलिस कार्यशैली से नाराज उनके पुत्र रोहित ने अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी.

क्या है पूरा मामला: बता दें कि हरसिद्धि थाना क्षेत्र में पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर उनके पुत्र रोहित ने अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी. आत्मदाह करने से गंभीर रूप से जख्मी रोहित का इलाज के दौरान मौत हो गई. चौदह वर्षीय रोहित कुमार दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता के तीन संतानों में सबसे बड़ा था. परिजन के अनुसार रोहित गुरुवार को एसपी से मिलने आया था, लेकिन समय दिए जाने के बाद भी एसपी नहीं मिल पाये.

पुलिस के कार्यशैली से नाराज था रोहित: एसपी से मुलाकात नहीं होने से नाराज होकर रोहित घर लौटा और अपने घर के सामने के एक तीन मंजिला मकान पर चढ़ गया. मकान के ऊपरी मंजिल पर चढ़ने के बाद उसने अपने शरीर में आग लगाई और छलांग लगा दी. छलांग लगाने के बाद रोहित का शरीर हाईवोल्टेज बिजली प्रभावित तार पर गिरा. जिस कारण वह काफी झुलस गया. जख्मी हालत में इलाज के लिए रोहित को निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

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