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मोतिहारी: ड्यूटी से गायब रहने वाले डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई, स्वास्थ्य विभाग को दी गई सूची - motihari latest news

मोतिहारी सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के आदेश पर गायब डॉक्टरों की सूची विभाग को सौंप दी है. इसमें ऐसे डॉक्टर पाए गए हैं जो पद पर स्थापित होने के बावजूद सालों से गायब हैं.

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Published : Sep 1, 2019, 10:22 AM IST

मोतिहारी: बिहार सरकार ने अपने पदस्थापित सरकारी डॉक्टरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जिले में वर्षों से गायब डॉक्टरों के खिलाफ सदर अस्पताल ने विभाग से कार्रवाई की मांग की थी. जिसको लेकर सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के निर्देश पर अस्पताल से गायब डॉक्टरों की सूची विभाग को सौंप दी है.

दरअसल, सदर अस्पताल में ऐसे कई डॉक्टर हैं जो अपने पोस्टिंग के बाद से ही नदारद हैं. जिसका खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ रहा है. ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ सदर अस्पताल ने विभाग से कार्रवाई की मांग की थी. साथ ही उन डॉक्टरों की सूची की भी मांग की थी. वहीं, कई ऐसे डॉक्टर भी हैं जिनकी प्रतिनियुक्ति सेना में हुई है और वह भी अस्पताल से गायब हैं. विभाग उनपर भी सख्ती रवैया अपना रहा है.

motihari
मोतिहारी सदर अस्पताल

सूची में पाए गए नाम
इस संबंध में मोतिहारी सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के आदेश पर गायब डॉक्टरों की सूची विभाग को सौंप दी है. इसमें ऐसे डॉक्टर पाए गए हैं जो पद पर स्थापित होने के बावजूद सालों से गायब हैं. बता दें कि सूची के अनुसार ढ़ाका रेफरल अस्पताल के डॉ. अमिताभ चौधरी, एपीएचसी कुशमवाहा के डॉ. अभिनव अभय, चकिया रेफरल अस्पताल के डॉ. सुधांशु कुमार और पताही स्थित पीएचसी डॉ. अर्जुन कुमार पिछले तीन साल से अस्पताल से गायब पाए गए हैं. वहीं, डॉ. नंदकिशोर साह समेत कई डॉक्टर सेना में प्रतिनियुक्त हैं. वहीं, सदर अस्पताल में पदस्थापित डॉ. त्रिपुरारी कुमार सिंह, डॉ. प्रभाकर कुमार और डॉ. प्रभात प्रकाश दस सालों से अनुपस्थित पाए गए हैं.

देखिए खास रिपोर्ट

विभाग करेगा कार्रवाई
सिविल सर्जन डॉ. के एन गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूची सौंप दी गई है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में कई ऐसे डॉक्टर हैं जो सालों से ड्यूटी पर नहीं आए हैं. विभाग की ओर से उन सभी डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के बात कही गई है.

मोतिहारी: बिहार सरकार ने अपने पदस्थापित सरकारी डॉक्टरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जिले में वर्षों से गायब डॉक्टरों के खिलाफ सदर अस्पताल ने विभाग से कार्रवाई की मांग की थी. जिसको लेकर सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के निर्देश पर अस्पताल से गायब डॉक्टरों की सूची विभाग को सौंप दी है.

दरअसल, सदर अस्पताल में ऐसे कई डॉक्टर हैं जो अपने पोस्टिंग के बाद से ही नदारद हैं. जिसका खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ रहा है. ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ सदर अस्पताल ने विभाग से कार्रवाई की मांग की थी. साथ ही उन डॉक्टरों की सूची की भी मांग की थी. वहीं, कई ऐसे डॉक्टर भी हैं जिनकी प्रतिनियुक्ति सेना में हुई है और वह भी अस्पताल से गायब हैं. विभाग उनपर भी सख्ती रवैया अपना रहा है.

motihari
मोतिहारी सदर अस्पताल

सूची में पाए गए नाम
इस संबंध में मोतिहारी सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के आदेश पर गायब डॉक्टरों की सूची विभाग को सौंप दी है. इसमें ऐसे डॉक्टर पाए गए हैं जो पद पर स्थापित होने के बावजूद सालों से गायब हैं. बता दें कि सूची के अनुसार ढ़ाका रेफरल अस्पताल के डॉ. अमिताभ चौधरी, एपीएचसी कुशमवाहा के डॉ. अभिनव अभय, चकिया रेफरल अस्पताल के डॉ. सुधांशु कुमार और पताही स्थित पीएचसी डॉ. अर्जुन कुमार पिछले तीन साल से अस्पताल से गायब पाए गए हैं. वहीं, डॉ. नंदकिशोर साह समेत कई डॉक्टर सेना में प्रतिनियुक्त हैं. वहीं, सदर अस्पताल में पदस्थापित डॉ. त्रिपुरारी कुमार सिंह, डॉ. प्रभाकर कुमार और डॉ. प्रभात प्रकाश दस सालों से अनुपस्थित पाए गए हैं.

देखिए खास रिपोर्ट

विभाग करेगा कार्रवाई
सिविल सर्जन डॉ. के एन गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूची सौंप दी गई है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में कई ऐसे डॉक्टर हैं जो सालों से ड्यूटी पर नहीं आए हैं. विभाग की ओर से उन सभी डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के बात कही गई है.

Intro:मोतिहारी।सदर अस्पताल समेत जिले के विभिन्न अस्पतालों में पदस्थापित चिकित्सक बर्षों से गायब है।अस्पतालों से गायब चिकित्सकों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है।लिहाजा,स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के निर्देश पर सिविल सर्जन ने बर्षों से गायब चिकित्सकों की सूची तैयार करके विभाग को भेज दिया है।


Body:गौरतलब है कि सदर अस्पताल सहित जिले के कई सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर पदस्थापना के बाद से हीं अपने ड्यूटी से नदारद हैं।जिस कारण मरीजों को तो परेशानी हो रही है।साथ हीं विभाग भी ऐसे जगहों पर नई बहाली नहीं कर पा रहा है।स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बर्षों से गायब ऐसे चिकित्सकों की सूची तलब की है।लिहाजा,सिविल सर्जन ने ऐसे चिकित्सकों की सूची विभाग को उपलब्ध करा दी है।लेकिन सिविल सर्जन से इस बाबत जब पूछा गया।तो सिविल सर्जन ने टालने वाले अंदाज में जबाब दिया।


Conclusion:बहरहाल,सिविल सर्जन द्वारा विभाग को भेजे गए सूची में कई चिकित्सक ऐसे हैं।जो या तो अपने पदस्थापना के बाद से हीं ड्यूटी से गायब हैं अथवा सेना में प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं।जबकि विभाग के कड़ा रुख को देख बर्षों से गायब तीन चिकित्सकों ने ड्यूटी ज्वाईन कर ली है।ढ़ाका रेफरल अस्पताल के डॉ. अमिताभ चौधरी,एपीएचसी कुशमहवा के डॉ. अभिनव अभय,रेफरल अस्पताल चकिया के डॉ. सुधांशु कुमार,पीएचसी पताही के डॉ. अर्जून कुमार गुप्ता तीन बर्ष पूर्व हुए अपने पदस्थापना के बाद से हीं गायब हैं।वहीं डॉ. नंद किशोर साह समेत कई चिकित्सक योगदान के बाद सेना में भी प्रतिनियुक्ति पर हैं।सदर अस्पताल में पदस्थापित डॉ. त्रिपुरारी कुमार सिंह,डॉ. प्रभाकर कुमार और डॉ. प्रभात प्रकाश लगभग दस बर्षों से अनुपस्थित हैं।विभाग द्वारा बार-बार स्मारित किए जाने के बावजूद इन चिकित्सकों ने योगदान नहीं दिया है।लिहाजा,स्वास्थ्य विभाग ऐसे चिकित्सकों पर कड़ी कर्रवाई करने का मन बना रहा है।
बाईट.....डॉ. के.एन.गुप्ता.....सिविल सर्जन
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