ETV Bharat / state

मोतिहारी: ईटीवी भारत का खुलासा, मृतकों के आंकड़ों में हो रही हेरा फेरी - पोस्टमार्टम

मोतिहारी में सरकारी स्तर पर मृतकों की सूची के साथ हेर फेर किया जा रहा है. बिहार सरकार पूरे जिले में 16 जुलाई तक 33 लोगों की मौत होने की बात कर रही है. जबकि 8 जुलाई से 16 जुलाई के बीच कुल 32 लोगों के शव का पोस्टमार्टम मोतिहारी के सदर अस्पताल में हुआ है.

मृतकों के आंकडों में हो रही हेरा फेरी
author img

By

Published : Jul 18, 2019, 8:48 AM IST

Updated : Jul 18, 2019, 11:10 AM IST

मोतिहारी: नेपाल से आए पानी ने पूर्वी चंपारण जिले के कई प्रखंडों में जमकर तांडव मचाया है. बाढ़ के पानी में लोगों की जलसमाधि भी बन गई. फिर भी सरकारी स्तर पर मृतकों की सूची के साथ हेर फेर किया जा रहा है. जिला प्रशासन जिले में कुल 14 मौत होने की पुष्टि कर रहा है तो बिहार सरकार पूरे जिले में 16 जुलाई तक 33 लोगों की मौत होने की बात कह रहा है. जबकि मोतिहारी सदर अस्पताल के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आंकड़े कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहे हैं.

जिले में विगत 8 जुलाई से शुरु हुई बारिश कहर बनकर टूट पड़ी है. 14 जुलाई तक हुई बारिश ने जिले में बाढ़ का रूप ले लिया. इसी बीच नेपाल से पानी भी जिले में पहुंच गया जिसमें डूबकर कुल 32 लोगों की मौत हो गई. लेकिन जिला प्रशासन मात्र 14 मौत होने की पुष्टि कर रहा है. ईटीवी भारत ने जब पड़ताल की तो पता चला कि 8 जुलाई से 16 जुलाई के बीच कुल 32 लोगों के शव का पोस्टमॉर्टम सदर अस्पताल में हुआ है.

पेश है रिपोर्ट

मृतकों के आंकड़ों में हेराफेरी
इधर, आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने मोतिहारी पहुंचे. उन्होंने पूरे बिहार के मृतकों का जो आंकड़ा दिया, वह और भी चौंकाने वाला है. उन्होंने दावा किया कि 16 जुलाई तक बाढ़ में मरने वालों की संख्या 33 है जबकि मोतिहारी सदर अस्पताल में 32 वैसे लोगों के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया है, जिनकी मौत बाढ़ के कारण हुई.

east champaran
प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव, आपदा विभाग

ऐसा क्यों कर रही सरकार?
अब सवाल उठता है कि यदि जिले में कुल 32 लोगों की मौत बाढ़ से हुई है तो जिला प्रशासन और राज्य सरकार मृतकों के आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ क्यों कर रही है. जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पानी में डूबकर मरने की बात कह रहा है.

क्या कहते हैं आंकड़े-

  • 8 जुलाई को दो बच्चों के शव का पोस्टमॉर्टम हुआ.
  • 12 जुलाई को 3 शव का पोस्टमॉर्टम किया गया.
  • 13 जुलाई को एक शव का पोस्टमॉर्टम हुआ.
  • 14 जुलाई को 9 लोगों के शव का पोस्टमार्टम किया गया.
  • 15 जुलाई को भी 9 लोगों के शव का पोस्टमॉर्टम हुआ.
  • 16 जुलाई को 8 शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया.

मोतिहारी: नेपाल से आए पानी ने पूर्वी चंपारण जिले के कई प्रखंडों में जमकर तांडव मचाया है. बाढ़ के पानी में लोगों की जलसमाधि भी बन गई. फिर भी सरकारी स्तर पर मृतकों की सूची के साथ हेर फेर किया जा रहा है. जिला प्रशासन जिले में कुल 14 मौत होने की पुष्टि कर रहा है तो बिहार सरकार पूरे जिले में 16 जुलाई तक 33 लोगों की मौत होने की बात कह रहा है. जबकि मोतिहारी सदर अस्पताल के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आंकड़े कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहे हैं.

जिले में विगत 8 जुलाई से शुरु हुई बारिश कहर बनकर टूट पड़ी है. 14 जुलाई तक हुई बारिश ने जिले में बाढ़ का रूप ले लिया. इसी बीच नेपाल से पानी भी जिले में पहुंच गया जिसमें डूबकर कुल 32 लोगों की मौत हो गई. लेकिन जिला प्रशासन मात्र 14 मौत होने की पुष्टि कर रहा है. ईटीवी भारत ने जब पड़ताल की तो पता चला कि 8 जुलाई से 16 जुलाई के बीच कुल 32 लोगों के शव का पोस्टमॉर्टम सदर अस्पताल में हुआ है.

पेश है रिपोर्ट

मृतकों के आंकड़ों में हेराफेरी
इधर, आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने मोतिहारी पहुंचे. उन्होंने पूरे बिहार के मृतकों का जो आंकड़ा दिया, वह और भी चौंकाने वाला है. उन्होंने दावा किया कि 16 जुलाई तक बाढ़ में मरने वालों की संख्या 33 है जबकि मोतिहारी सदर अस्पताल में 32 वैसे लोगों के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया है, जिनकी मौत बाढ़ के कारण हुई.

east champaran
प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव, आपदा विभाग

ऐसा क्यों कर रही सरकार?
अब सवाल उठता है कि यदि जिले में कुल 32 लोगों की मौत बाढ़ से हुई है तो जिला प्रशासन और राज्य सरकार मृतकों के आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ क्यों कर रही है. जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पानी में डूबकर मरने की बात कह रहा है.

क्या कहते हैं आंकड़े-

  • 8 जुलाई को दो बच्चों के शव का पोस्टमॉर्टम हुआ.
  • 12 जुलाई को 3 शव का पोस्टमॉर्टम किया गया.
  • 13 जुलाई को एक शव का पोस्टमॉर्टम हुआ.
  • 14 जुलाई को 9 लोगों के शव का पोस्टमार्टम किया गया.
  • 15 जुलाई को भी 9 लोगों के शव का पोस्टमॉर्टम हुआ.
  • 16 जुलाई को 8 शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया.
Intro:मोतिहारी।मॉनसून की हुई आफत की बारिश के बाद मची तबाही के बीच नेपाल से आए पानी ने पूर्वी चंपारण जिले के कई प्रखंडों में जमकर तांडव मचाया।बारिश और बाढ़ की पानी में लोगों की जलसमाधी भी बन रही थी।लेकिन सरकारी स्तर पर मृतकों की सूची के साथ हेर फेर करने का भी प्रयास शुरु हो गया है।जिला प्रशासन जिले में कुल चौदह मौत होने की पुष्टि कर रहा है।तो बिहार सरकार पूरे बिहार में 16 जुलाई तक कुल 33 लोगों की मौत होने की बात बता रही है।जबकि मोतिहारी सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आंकड़े कुछ अलग हीं कहानी कह रहे हैं।


Body:वीओ...1.. जिले में विगत आठ जुलाई से शुरु हुई मॉनसूनी बारिश आफत की बारिश साबित हुई।आठ जुलाई से 14 जुलाई तक हुई बारिश ने जिले में बाढ़ का रुप ले लिया।इसी बीच नेपाल में हुई बारिश का पानी भी जिले में पहुंच गया।जिसमें डूबकर सोलह जुलाई तक कुल बत्तीस लोगों की मौत हुई है।लेकिन जिला प्रशासन मात्र चौदह मौत की पुष्टि कर रहा है।जबकि विगत आठ जुलाई से सोलह जुलाई के बीच बारिश और बाढ़ के पानी में डूबने से मरने वाले कुल 32 लोगों के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में हुआ है।
बाईट.....रमण कुमार....जिलाधिकारी,पूर्वी चंपारण


Conclusion:वीओ...2...इधर पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए मोतिहारी पहुंचे आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने पूरे बिहार के मृतकों का जो आंकड़ा दिया।वह और भी चौकाने वाला है।उन्होने दावा किया कि सोलह जुलाई तक बाढ़ में मरने वालों की संख्या 33 है।जबकि सोलह जुलाई तक मोतिहारी सदर अस्पताल में 32 वैसे लोगों के शव का पोस्ट मार्टम किया गया है।जिनकी मौत का कारण बाढ़ या आफत की बारिश का पानी बना था।
बाईट.....प्रत्यय अमृत.....प्रधान सचिव आपदा विभाग,बिहार

वीओएफ...अब सवाल उठता है कि जिले में विगत आठ जुलाई से शुरु हुई आफत की बारिश के बाद सोलह जुलाई तक जिले के सदर अस्पताल में जब कुल 32 लोगों का पोस्टमार्टम हुआ है।तो जिला प्रशासन और राज्य सरकार आखिर मृतकों आंकड़ों के साथ क्यों छेड़छाड़ कर रही है और उसे छुपाने का प्रयास कर रही है।जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट पानी में डूबकर मरने की बात कह रहा है।आंकड़ो के हिसाब से देखा जाए तो आठ जुलाई को दो बच्चों के शव का पोस्टमार्टम हुआ।बारह जुलाई को तीन शव का पोस्ट मार्टम हुआ।तेरह जुलाई को एक शव का पोस्टमार्ट हुआ।चौदह जुलाई को नौ लोगों के शव का पोस्टमार्टम हुआ।पंद्रह जुलाई को भी नौ लोगों के शव का पोस्टमार्टम हुआ।सोलह जुलाई के आठ शव का पोस्टमार्टम हुआ था।

पीटीसी
Last Updated : Jul 18, 2019, 11:10 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.