मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के रक्सौल नगर परिषद् द्वारा बूचड़खाना की जमीन के खरीददारी में अनियमितता को लेकर डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने सख्त रुख अख्तियार किया है. डीएम ने रक्सौल के अवर निबंधक, नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी एवं नगर परिषद के मुख्य पार्षद से स्पष्टीकरण की मांग की है. डीएम ने 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने ससमय स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं होने पर अनुशासनिक कार्रवाई करने के लिए विभाग को पत्र लिखने की बात कही है.
तीन सदस्यीय टीम ने की थी जांच
रक्सौल नप क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 के रहने वाले चीनी राम और अन्य सात व्यक्तियों द्वारा समर्पित परिवार पत्र पर डीएम ने संज्ञान लिया है. डीएम ने बूचड़खाना की जमीन खरीद की जांच कराई थी. डीएम द्वारा आपदा प्रबंधन के अपर समाहर्ता के नेतृत्व में जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी एवं रक्सौल के भूमि सुधार उप समाहर्ता की गठित टीम ने भूमि खरीद की जांच की थी.
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जांच रिपोर्ट के आधार पर मांगा स्पष्टीकरण
जांच दल ने 15 वें वित्त आयोग की राशि से बूचड़खाना के लिए भूमि खरीद करने से राशि का विचलन पाया. साथ ही एकरार के आधार पर 5 करोड़ 97 लाख रुपये का भुगतान करने में भारी वित्तीय अनियमितता जांच टीम को मिली. उसके बाद जांच टीम ने अनुशासनिक एवं विधि सम्मत कार्रवाई की अनुशंसा डीएम से की. जांच दल के अनुशंसा के आधार पर जिलाधिकारी ने रक्सौल के अवर निबंधक समेत नप प्रशासन से स्पष्टीकरण की मांग की है.