मोतिहारी: कला संस्कृति विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त रूप से आयोजित राज्यस्तरीय युवा उत्सव का शुक्रवार को समापन हुआ. इस दौरान युवा उत्सव में भाग लेने वाले कलाकारों को पुरस्कृत किया गया. हालांकि, इस 3 दिवसीय युवा उत्सव का समापन हंगामेदार रहा.
राज्य के 12 सौ कलाकारों ने लिया भाग
इस उत्सव में अपनी बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले युवा आगामी 12 जनवरी को लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय युवा उत्सव में बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगे. युवा उत्सव में राज्य के सभी जिलों से लगभग 12 सौ कलाकारों ने भाग लिया और अपने कला का प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के आधार पर कलाकारों के बीच प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरुस्कार बांटे गए.
कलाकारों ने किया हंगामा
बीते 25 दिसंबर से शुरू हुए इस 3 दिवसीय युवा उत्सव का समापन हंगामेदार रहा. कलाकारों ने निर्णायक मंडली के निर्णय को पक्षपातपूर्ण बताते हुए नारेबाजी की. कार्यक्रम के बीच ही बेगूसराय और जहानाबाद के कलाकार पंडाल में नारेबाजी करने लगे. कलाकारों ने मुख्य मंच तक पहुंचने की भी कोशिश की. इस दौरान पुलिस ने जब उन्हें रोका, तो पुलिस के साथ भी कलाकारों ने धक्का-मुक्की की.
कलाकारों का रहा जलवा
लोक कला के क्षेत्र में झीझिया नृत्य प्रस्तुत कर पहला स्थान मुजफ्फरपुर की टीम को मिला. टीम की सदस्यों ने इस युवा उत्सव में पुरस्कार पाकर अपनी खुशी जाहिर की. उन्होंने बताया कि उनकी टीम ने ग्रामीण क्षेत्रों की डायन प्रथा को लेकर झीझिया नृत्य की प्रस्तुती की थी. वहीं, युवा उत्सव में पटना के कलाकारों का जलवा रहा. सबसे अधिक पुरस्कार पटना की झोली में गई.
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समापन पर जिला प्रशासन ने किया संतोष व्यक्त
कार्यक्रम की समाप्ति पर प्रभारी डीएम ने बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कलाकारों के अलावा युवा उत्सव में भाग लेने वाले सभी कलाकारों को शुभकामना दी. साथ ही इस पूरे आयोजन के समापन पर संतोष व्यक्त करते हुए प्रभारी डीएम अखिलेश्वर सिंह ने कहा कि विभागीय सहयोग से इस पूरे आयोजन को अच्छे ढंग से आयोजित किया गया.