मोतिहारी: महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्व विद्यालय की वित्त समिति की 10वीं बैठक संपन्न हुई. इस बैठक का आयोजन विवि के चाणक्य परिसर में स्थित पण्डित राजकुमार शुक्ल सभागार में गूगल मीट माध्यम से हुआ. इस दौरान वित्त समिति के सचिव और विश्वविद्यालय के विशेष कार्य अधिकारी (वित्त) प्रो. विकास पारीक ने बताया कि बैठक में शोध परीक्षाओं के परीक्षकों के मानदेय, विदेशी और एनआरआई विद्यार्थियों के शुल्क समेत कोविड के दौरान छात्रावास शुल्क में राहत और वार्षिक लेखा प्रतिवेदन समेत कुल दस कार्य वृत्त विषय थे. इन सभी पर वित्त समिति ने अपनी सहमति दी है. वित्त समिति को लेखा और वित्त के कम्प्यूटरीकरण की प्रगति से अवगत कराया गया.
भविष्य में अधिक अनुदान मिलने का है विश्वास
विश्व विद्यालय की चारदीवारी और मुख्य द्वार की संपर्क सड़क के निमित्त सांसद निधि से सहयोग देने के लिए सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह के अवदान से वित्त समिति को अवगत कराया गया. इसके अतिरिक्त विश्व विद्यालय के स्थाई परिसर व चाणक्य परिसर में स्थापित गांधी जी की प्रतिमा के बारे में समिति को जानकारी दी गई. साथ ही समिति को सीमित निधि में से शोध प्रकल्पों के लिए बीज निधि आवंटित किये जाने की सूचना दी गई और आशा व्यक्त की गई कि भविष्य में इस मद में और अधिक अनुदान उपलब्ध हो सकेगा.
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विवि के आधारभूत संरचना में होगा विकास
बैठक की अध्यक्षता विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने की. उन्होने वित्त समिति के सभी सदस्यों व विवि के विशेष कार्य अधिकारी (वित्त) प्रो. विकास पारीक समेत अनुभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मंत्रालय और विवि अनुदान आयोग से प्राप्त निधि और अन्य स्रोतों से अर्जित आय का नियमानुसार समयोचित उपयोग होगा. जिससे विश्वविद्यालय अपनी आधारभूत संरचना को निरंतर विकसित कर सकेगा.