दरभंगा: बिहार के दरभंगा (Darbhanga) में केवटी के माधोपट्टी में 2 दिन पहले टूटे जमींदारी बांध (Zamindari Dam) से आई बाढ़ के मामले में नया खुलासा हुआ है. जल संसाधन विभाग (Department of Water Resources) ने दावा किया है कि ये बांध टूटा नहीं था, बल्कि बाढ़ राहत के तौर पर मिलने वाली 6 हजार की राशि लेने के लिए कुछ असामाजिक तत्वों ने इस बांध को काट दिया था.
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बांध के काटे जाने की वजह से बाढ़ का पानी गांवों में फैल गया. विभाग ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ कमतौल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा (Minister Sanjay Jha) ने ये जानकारी देते हुए बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
''2 दिन पहले केवटी प्रखंड के माधोपट्टी में जो बांध टूटा था, उसके बारे में जल संसाधन विभाग के अभियंताओं ने दावा किया है कि वह पानी के दबाव से नहीं टूटा था, बल्कि उसे कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर तोड़ दिया. इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ विभाग ने प्राथमिकी दर्ज कराई है.''- संजय झा, जल संसाधन मंत्री, बिहार
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जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि इस मामले में कितनी सच्चाई है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि शुक्रवार की रात केवटी प्रखंड के माधोपट्टी में बागमती नदी (Bagmati River) का जमींदारी बांध टूट गया था. इसकी वजह से माधोपट्टी पंचायत के कई गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया. इसकी वजह से लोगों की फसलों और संपत्ति का नुकसान हुआ था. जल संसाधन विभाग के अभियंताओं ने आनन-फानन में इस बांध की मरम्मत कराई थी. उसी के बाद विभाग ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.