दरभंगा : यास चक्रवात के चलते गुरुवार से शुरू हुई बारिश से DMCH अस्पताल के मेडिसिन समेत कई वार्डों में पानी घुस गया है. आलम ऐसा कि यहां आने वाले लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि अस्पताल में पानी है या पानी में अस्पताल.
मेडिसिन वार्ड से लेकर अधीक्षक कार्यालय तक गंदा पानी घुस गया है. कोरोना काल में मरीजों को इंफेक्शन का डर सता रहा है. वहीं, वार्डों से डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भी नदारत है.
ये भी पढ़ें : Yaas Cyclone: दरभंगा में 3 मकानों पर गिरा 90 साल पुराना ताड़ का पेड़, टला बड़ा हादसा
मेडिसीन समेत कई वार्डों में घुसा पानी
गुरुवार से शुरु हुई बारिश से अस्पताल के मेडिसिन विभाग, ओपीडी, आपातकालीन विभाग, शिशु रोग विभाग, अधीक्षक कार्यालय के बाहरी परिसर तथा वार्ड के अंदर पानी घुस गया है. जिसके चलते पूरा अस्पताल परिसर झील में तब्दील हो गया है. जिसके चलते अस्पताल में तैनात चिकित्सक, कर्मी एवं मरीज के परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
मरीजों को संक्रमण का डर
अस्पताल में अपने परिजन का इलाज करवा रहे अरुण ने कहा की बारिश के चलते यहां की स्थिति नारकीय हो गई है. आज सुबह से वार्ड में पानी घुस गया है. इसके चलते आने जाने से लेकर सभी काम में काफी परेशानी हो रही है. 'समझ में नहीं आ रहा है की यहां कैसे इलाज करवायें. एक ओर कोरोना महामारी का खतरा, ऊपर से वार्ड के अंदर में पानी लगा हुआ है. ऐसे में मरीजों को इन्फेक्शन का डर है. सुबह से ना तो डॉक्टर आये हैं. ना ही कोई स्वास्थ कर्मी.' :-अरुण कुमार, मरीज के परिजन
इसे भी पढ़ें : दरभंगा: जलजमाव से नारकीय बने हालात, लोगों में प्रशासन के खिलाफ दिखा गुस्सा
कई सालों से जलजमाव की स्थिति बरकार
बता दें कि उत्तर बिहार का सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल वर्षों से जलजमाव की समस्या झेलता आ रहा है. अस्पताल को जलजमाव से मुक्त कराने के लिए सरकारी स्तर पर कई योजनाएं भी बनायी गईं लेकिन आज भी स्थिति जस की तस है.