दरभंगा: गत 7 जनवरी को एक समारोह में शामिल होकर घर लौट रहे योग गुरु दीपक चौरसिया हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हत्याकांड के बाद अभियुक्तों ने पतौर गांव में जिस मुखिया के यहां शरण ली थी, उसे भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
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मामले में चार लोग अभियुक्त
वहीं, वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने कहा कि इस हत्याकांड के बाद चिंटू सिंह, राजनाथ सिंह, संजय सिंह और विकास कुमार पांडेय सहित चार अभियुक्त बनाये गए थे. पुलिस को सूचना मिली थी कि हत्या के बाद चारों अपराधी नेपाल भाग गए हैं. कोर्ट के आदेश के बाद चारों के घर कुर्की जब्ती की करवाई की गयी थी. फिर भी इन लोगों ने समर्पण नहीं किया.
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गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तारी
वहीं, पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सिटी एसपी अशोक प्रसाद के नेतृत्व में टीम लगातार इनकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी. इनके नेपाल से लौटने का इंतजार हो रहा था. पुलिस द्वारा इन चारों के नेपाल से लौट कर मुजफ्फरपुर में अपने एक मित्र अरुण सिंह के यहां ठहरने की सूचना मिली. पुलिस ने छापा मारकर चिंटू सिंह को घर में छिपा कर रखने के आरोप में अरुण सिंह को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस की सूचना पर अन्य अपराधी फरार
बाबूराम ने बताया कि पुलिस के पहुंचने की सूचना मिलते ही इस हत्याकांड में शामिल अन्य अपराधी भागने में सफल रहे. जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि चिंटू सिंह से पूछताछ में पता चला कि घटना में चार नहीं, बल्कि 6 लोग शामिल थे. इस हत्याकांड में अंदामा गांव के नवीन सिंह और विकास का ड्राइवर भी शामिल था.
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मारपीट के क्रम में हुई थी दीपक की मौत
वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सात जनवरी की रात करीब आठ बजे दीपक चौरसिया तारालाही से भोज खाकर लौट रहे थे. उसी दौरान चिंटू सिंह एवं उसके साथी नशे में धुत थे. इसी बीच दीपक की गाड़ी गली में खड़े चिंटू सिंह से टकरा गयी. इसी बात पर उनमें कहासुनी हो गयी. जिसके बाद सभी ने मिलकर एक कमरे में दीपक के साथ मारपीट की. उसी क्रम में उसकी मौत हो गई.
मौत के बाद पानी में फेंका शव
वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने बताया कि मौत के बाद सभी ने मिलकर रात में ही विकास की वैगनआर कार में शव को डालकर हथौड़ी पुल के पास पानी मे फेंक दिया. जिसके बाद सभी अपराधी पतौर गांव के मुखिया के घर पहुंचे और सारी रात खाया पिया. सुबह हंगामा होने पर मुखिया ने इन लोगों को चले जाने को कहा. इसके बाद ये लोग भाग कर नेपाल चले गए थे. उन्होंने कहा कि पतौर मुखिया को अभियुक्तों को शरण देने एवं भागने के आरोप में हिरासत में ले लिया है.