दरभंगाः समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर 25 फरवरी से बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक समाहरणालय स्थित धरनास्थल पर अनिश्चिततकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. उसी क्रम में माध्यमिक शिक्षकों से मिलने और उन्हें समझाने जेडीयू के विधान पार्षद दिलीप कुमार चौधरी पहुंचे. जहां शिक्षको ने उनका विरोध करते हुए सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
शिक्षक के विरोध के बाद लौटे विधान पार्षद
दरअसल, समाहरणालय स्थित धरनास्थल पर चल रहे माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों के अनिश्चिततकालीन धरना में जेडीयू के विधान पार्षद दिलीप कुमार चौधरी शिक्षकों को समझाने पहुंचे थे. जैसे ही दिलीप कुमार चौधरी मंच पर चढ़े वहां मौजूद शिक्षकों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया. उनके सामने ही सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. जिसपर विधान पार्षद विफर पड़े, लेकिन शिक्षको का हंगामा लगातार जारी रहा. उसके बाद दिलीप चौधरी को वहां से मायूस होकर लौटना पड़ा.
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'बिहार सरकार कर रही सौतेला व्यवहार'
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव श्रवण नारायण चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार के जरिए किये गए सौतेला व्यवहार के कारण उन्हें हड़ताल पर जाना पड़ा. शिक्षा, शिक्षक और शिक्षार्थी के हितों पर सरकार ने कुठाराघात किया है. वहीं, उन्होंने कहा कि बेमियादी हड़ताल की संपूर्ण जिम्मेवारी राज्य सरकार की है. राज्य सरकार को प्रदेश संगठन ने 15 अनुरोध दिया, किंतु सरकार की हठधर्मिता के कारण शिक्षक हड़ताल के लिए बाध्य हुए.
वहीं, उन्होंने कहा कि सरकार निलंबन और प्राथमिकी जैसे आदेश देकर शिक्षकों में भय का माहौल पैदा कर रही है. लेकिन शिक्षक इससे डरने वाले नहीं हैं, बल्कि और अधिक उर्जा से शांतिपूर्ण अहिंसक हड़ताल में डटे रहेंगे.