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समुद्री पौधों में कैंसर जैसी बीमारियां ठीक करने की ताकत- प्रो. भवनाथ

भारत सरकार के विज्ञान विकास प्रभाग के निदेशक प्रो.भवनाथ झा ने वनस्पति विज्ञान विभाग में इंसा फेलो लेक्चर सीरीज में कहा कि गंभीर बीमारियों में एंटीबायोटिक दवाएं असरहीन हो रही है. इस स्थिति में समुद्री पौधों से बनी दवा कारगर साबित हो रही है.

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Published : Aug 18, 2019, 8:54 AM IST

वनस्पति विज्ञान विभाग

दरभंगा: जीवन शैली में बदलाव के कारण कई बीमारियों में एंटीबायोटिक दवाएं असरहीन हो रही है. ऐसे में गंभीर बीमारियों का इलाज एक चुनौती बन गया है. भारत सरकार के विज्ञान विकास प्रभाग के निदेशक प्रो.भवनाथ झा ने वनस्पति विज्ञान विभाग में 'इंसा फेलो लेक्चर सीरीज में' कहा कि, इस स्थिति में समुद्री पौधे बहुत कारगर हो रहे है. इस पर गंभीरता से दुनिया भर में शोध चल रहा है.

INSA Fellow Lecture Series' Program in Department of Botany
वनस्पति विज्ञान विभाग में इंसा फेलो लेक्चर सीरीज' कार्यक्रम

समुद्री पौधों से बनी चमत्कारिक दवाएं
प्रो.झा ने कहा कि समुद्री पौधों में एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर चुके बैक्टीरिया को तोड़ने की क्षमता होती है. ऐसी दवाएं शरीर को कोई नुकसान नही पहुंचाती है. कैंसर और टीबी जैसी घातक बीमारियों पर जब एंटीबायोटिक दवाएं असरहीन हो जाती है. तो इन समुद्री पौधों से बनी दवाएं चमत्कारिक रूप से असर करती है. दुनिया भर में इस पर शोध चल रहा है.

Giving information about plants
छात्रों को पौधों की जानकारी देते हुए

समुद्री पौधों से कैंसर की दवाओं का शोध
बता दें कि प्रो. भवनाथ झा भारत सरकार के सीएसआईआर के मुख्य वैज्ञानिक रह चुके है. उन्होंने समुद्री पौधों से ब्लड कैंसर की दवा बनाने पर बड़ा शोध किया है. प्रो.झा का मानना है कि एंटीबायोटिक दवाएं खाने से शरीर को नुकसान पहुंचता है. इसलिए वो समुद्री पौधों से बनी दवाओं पर शोध कर रहें है. प्रो.झा कैंब्रीज, फ्रैंकफर्ट, गोटिंगेंन, म्यूनिख जैसे यूरोप के कई विवि में पढ़ा चुके हैं. यह मूल रूप से दरभंगा के रहने वाले हैं. उनकी पीजी तक की पढ़ाई ललित नारायण मिथिला विवि से हुई है.

समुद्री पौधों से बनी दवाओं के बारे में बताते हुए प्रो.भवनाथ झा

दरभंगा: जीवन शैली में बदलाव के कारण कई बीमारियों में एंटीबायोटिक दवाएं असरहीन हो रही है. ऐसे में गंभीर बीमारियों का इलाज एक चुनौती बन गया है. भारत सरकार के विज्ञान विकास प्रभाग के निदेशक प्रो.भवनाथ झा ने वनस्पति विज्ञान विभाग में 'इंसा फेलो लेक्चर सीरीज में' कहा कि, इस स्थिति में समुद्री पौधे बहुत कारगर हो रहे है. इस पर गंभीरता से दुनिया भर में शोध चल रहा है.

INSA Fellow Lecture Series' Program in Department of Botany
वनस्पति विज्ञान विभाग में इंसा फेलो लेक्चर सीरीज' कार्यक्रम

समुद्री पौधों से बनी चमत्कारिक दवाएं
प्रो.झा ने कहा कि समुद्री पौधों में एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर चुके बैक्टीरिया को तोड़ने की क्षमता होती है. ऐसी दवाएं शरीर को कोई नुकसान नही पहुंचाती है. कैंसर और टीबी जैसी घातक बीमारियों पर जब एंटीबायोटिक दवाएं असरहीन हो जाती है. तो इन समुद्री पौधों से बनी दवाएं चमत्कारिक रूप से असर करती है. दुनिया भर में इस पर शोध चल रहा है.

Giving information about plants
छात्रों को पौधों की जानकारी देते हुए

समुद्री पौधों से कैंसर की दवाओं का शोध
बता दें कि प्रो. भवनाथ झा भारत सरकार के सीएसआईआर के मुख्य वैज्ञानिक रह चुके है. उन्होंने समुद्री पौधों से ब्लड कैंसर की दवा बनाने पर बड़ा शोध किया है. प्रो.झा का मानना है कि एंटीबायोटिक दवाएं खाने से शरीर को नुकसान पहुंचता है. इसलिए वो समुद्री पौधों से बनी दवाओं पर शोध कर रहें है. प्रो.झा कैंब्रीज, फ्रैंकफर्ट, गोटिंगेंन, म्यूनिख जैसे यूरोप के कई विवि में पढ़ा चुके हैं. यह मूल रूप से दरभंगा के रहने वाले हैं. उनकी पीजी तक की पढ़ाई ललित नारायण मिथिला विवि से हुई है.

समुद्री पौधों से बनी दवाओं के बारे में बताते हुए प्रो.भवनाथ झा
Intro:दरभंगा। जीवन शैली में बदलाव की वजह से अब कई बीमारियों में एंटीबायोटिक दवाएं असरहीन हो रही हैं। ऐसे में गंभीर बीमारियों का इलाज एक चुनौती है। इस स्थिति में समुद्री पौधे बहुत कारगर हो रहे हैं। इस पर गंभीरता से दुनिया भर में शोध चल रहे हैं। ये कहना है बायो टेक्नोलॉजी के जाने-माने वैज्ञानिक और भारत सरकार के विज्ञान विकास प्रभाग के निदेशक प्रो. भवनाथ झा का। वे ललित नारायण मिथिला विवि के वनस्पति विज्ञान विभाग में इंसा फेलो लेक्चर सीरीज में' ब्रेकिंग मल्टी-ड्रग रेजिस्टेंस थ्रू नेचुरल प्रोडक्ट मॉलिक्यूल्स' विषय पर बोल रहे थे।


Body:प्रो. झा ने कहा कि समुद्री पौधों में एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर चुके वैक्टीरिया को तोड़ने की क्षमता है। ऐसी दवाएं हानिरहित हैं। कैंसर और टीबी जैसी घातक बीमारियों पर जब एंटीबायोटिक दवाएं असरहीन हो जाती हैं तो इन समुद्री पौधों से बनी दवाएं चमत्कारिक रूप से असर करती हैं। दुनिया भर में इस पर शोध हो रहे हैं।


Conclusion:बता दें कि प्रो. भवनाथ झा भारत सरकार के सीएसआईआर के मुख्य वैज्ञानिक रह चुके हैं। उन्होंने समुद्री पौधों से ब्लड कैंसर की दवा बनाने पर बड़ा शोध किया है। वे कैंब्रीज, फ्रैंकफर्ट, गोटिंगेंन, म्यूनिख जैसे यूरोप के कई विवि में पढ़ाते रहे हैं। वे मूल रूप से दरभंगा के रहने वाले हैं और उनकी पीजी तक की पढ़ाई ललित नारायण मिथिला विवि में हुई है।

बाइट 1- प्रो. भवनाथ झा, निदेशक, विज्ञान विकास प्रभाग, भारत सरकार

विजय कुमार श्रीवास्तव
ई टीवी भारत
दरभंगा
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