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प्रकाश पर्व के समापन पर दरभंगा गुरुद्वारा में शबद कीर्तन, दूर-दूर से आए सिख श्रद्धालु

गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना साहिब में सन 1666 में हुआ था. इसे तख्त श्री हरमंदिर साहब भी कहते हैं. उनके जन्मदिवस को प्रकाश पर्व के रूप में पटना समेत पूरी दुनिया में मनाया जाता है.

Darbhanga
प्रकाश पर्व का समापन
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Published : Jan 5, 2020, 9:00 PM IST

दरभंगा: सिखों के दसवें गुरु 'गुरु गोविंद सिंह जी महाराज' का 353वां प्रकाश पर्व रविवार को संपन्न हो गया. इस अवसर पर दरभंगा के गुरुनानक सिंह सभा गुरुद्वारा में तीन दिनों तक शबद-कीर्तन का आयोजन किया गया. इसमें दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब पर मत्था टेका.

भजन-कीर्तन का किया गया आयोजन
गुरुनानक सिंह सभा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मुनेश्वर सिंह ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने धर्म की रक्षा के लिए पहले अपने चार पुत्रों और उसके बाद खुद को भी शहीद कर दिया. उन्होंने मानवता की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया. ऐसे महान गुरु के जन्मदिवस को हम प्रकाश पर्व के रुप में मना रहे हैं. इस अवसर पर शबद-कीर्तन का भी आयोजन किया गया.

प्रकाश पर्व का समापन

पूरी दुनिया में मनाया जाता है प्रकाश पर्व
बता दें कि सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना साहिब में सन 1666 में हुआ था. इसे तख्त श्री हरमंदिर साहब भी कहते हैं. उनके जन्मदिवस को प्रकाश पर्व के रूप में पटना समेत पूरी दुनिया में मनाया जाता है.

दरभंगा: सिखों के दसवें गुरु 'गुरु गोविंद सिंह जी महाराज' का 353वां प्रकाश पर्व रविवार को संपन्न हो गया. इस अवसर पर दरभंगा के गुरुनानक सिंह सभा गुरुद्वारा में तीन दिनों तक शबद-कीर्तन का आयोजन किया गया. इसमें दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब पर मत्था टेका.

भजन-कीर्तन का किया गया आयोजन
गुरुनानक सिंह सभा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मुनेश्वर सिंह ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने धर्म की रक्षा के लिए पहले अपने चार पुत्रों और उसके बाद खुद को भी शहीद कर दिया. उन्होंने मानवता की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया. ऐसे महान गुरु के जन्मदिवस को हम प्रकाश पर्व के रुप में मना रहे हैं. इस अवसर पर शबद-कीर्तन का भी आयोजन किया गया.

प्रकाश पर्व का समापन

पूरी दुनिया में मनाया जाता है प्रकाश पर्व
बता दें कि सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना साहिब में सन 1666 में हुआ था. इसे तख्त श्री हरमंदिर साहब भी कहते हैं. उनके जन्मदिवस को प्रकाश पर्व के रूप में पटना समेत पूरी दुनिया में मनाया जाता है.

Intro:दरभंगा। सिखों के दसवें गुरु 'गुरु गोविंद सिंह जी महाराज' का 353वां जन्मोत्सव प्रकाश पर्व रविवार को संपन्न हो गया। इस अवसर पर दरभंगा के गुरुनानक सिंह सभा गुरुद्वारा में तीन दिनों तक शबद-कीर्तन का आयोजन किया गया। इसमें दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब पर मत्था टेका।


Body:गुरुनानक सिंह सभा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मुनेश्वर सिंह ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने धर्म की रक्षा के लिए पहले अपने पिता, फिर चार पुत्रों और उसके बाद खुद को भी शहीद कर दिया। उन्होंने मानवता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्हीं गुरु का जन्म दिवस प्रकाश पर्व हम मना रहे हैं। इस अवसर पर भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया है।


Conclusion:बता दें कि सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना साहिब में सन 1666 में हुआ था। इसे तख्त श्री हरमंदिर कहते हैं। उनके जन्म दिवस को प्रकाश पर्व के रूप में पटना समेत पूरी दुनिया में मनाया जाता है।

बाइट 1- मुनेश्वर सिंह, अध्यक्ष, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी.

विजय कुमार श्रीवास्तव
ई टीवी भारत
दरभंगा
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