दरभंगाः जिला मुख्यालय में शनिवार को जदयू के अति पिछड़ा सम्मेलन का आयोजन किया गया. जहां, मुख्य अतिथि के रूप में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने शिरकत की. आरसीपी सिंह ने मंच से सीएम नीतीश कुमार की तारीफ में कसीदे गढ़े, साथ ही पूर्व सीएम जीतन राम मांझी पर भी कड़ा प्रहार किया.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री होने के लायक हैं. 2014 में 2 लोकसभा सीट पर सिमटने के बाद भी नीतीश कुमार ने अपने सिद्धांत की राजनीति की. आरसीपी सिंह ने मांझी का नाम लिए बिना ही कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद सिद्धांत के तहत नीतीश कुमार ने उन्हें दलित समझ कर सीएम की कुर्सी पर बिठाया. उसके बाद वे कहने लगे कि उन्हें नीतीश ने नहीं बल्कि जनता ने मुख्यमंत्री बनाया है.
मांझी पर आरसीपी की तल्ख टिप्पणी
आरसीपी सिंह ने मांझी के मुख्यमंत्री काल का जिक्र किया. मांझी पर हमला करते हुए कहा कि 9 महीनों के शासनकाल में उन्होंने बिहार का जो कबाड़ा किया, उसका खामियाजा हम आज तक भुगत रहे हैं. इसलिए यह जरूरी है कि नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री बनें. उनका संकल्प बिहार को विकसीत बनाना है.
आधी से अधिक कुर्सीयां रह गई खाली
बता दें कि जदयू के किसी शीर्ष नेता ने मांझी के मुख्यमंत्री काल के पांच साल बाद पहली बार उन पर इतनी बड़ी तल्ख टिप्पणी की है. विदित हो कि आगामी विधान सभा चुनाव को लेकर जदयू सम्मेलन कर अति पिछड़ा को अपने पाले में करने की कोशिश में जुटा है. हालांकि आरसीपी सिंह को सम्मेलन के दौरान असहज स्थिति का सामना करना पड़ा. जब मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधित करने पहुंचे, तब तक सम्मेलन से आधे से अधिक कार्यकर्ता जा चुके थे. सामने की अधिकांश कुर्सियां खाली पड़ी थीं. इतना ही नहीं उनके भाषण के बीच से ही कार्यकर्ता लगातार कार्यक्रम छोड़कर जा रहे थे.
पहले भी रह चुकी कुर्सियां खाली
आरसीपी सिंह को पहले भी दरभंगा में खाली कुर्सियों के सामने भाषण देने की नौबत आ चुकी है. जब पिछले साल वे जदयू के प्रमंडलीय सम्मेलन को संबोधित करने आए थे, तब भी यही स्थिति हुई थी.