दरभंगा: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. प्रत्याशियों द्वारा एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. आरोप-प्रत्यारोप को लेकर पूरे दिन जिले के समाहरणालय स्थित हायाघाट विधानसभा क्षेत्र का नामांकन केंद्र पर गहमागहमी बनी रही.
जिले के हायाघाट विधानसभा क्षेत्र से प्लुरल्स पार्टी के प्रत्याशी मणिकांत यादव ने राजद से महागठबंधन के उम्मीदवार पर नामांकन पर्चा रद्द कराने का आरोप लगाया. मणिकांत यादव का कहना है कि राजनीतिक दबाव के कारण उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है. प्लुरल्स पार्टी के प्रत्याशी ने कहा कि जब उन्होंने पहले पूछा तो बताया गया था कि आपका कागजात सही है. लेकिन राजद उम्मीदवार सभी प्रत्याशियों के कागजात देख रहे थे. बाद में बताया गया कि फॉर्म में त्रुटि होने के कारण नामांकन रद्द कर दिया गया है.
कई प्रत्याशियों ने राजद उम्मीदवार पर लगाए गंभीर आरोप
जानकारी के अनुसार और भी कई प्रत्याशियों ने इस तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं. नामांकन रद्द होने का निर्दलीय उम्मीदवार रवींद्रनाथ सिंह उर्फ चिंटू सिंह और राष्ट्रीय जातिगत आरक्षण विरोधी पार्टी के उम्मीदवार पुष्पेश मिश्रा ने भी सीधे तौर पर हायाघाट से राजद उम्मीदवार पर आरोप लगाया है. वहीं इन आरोपों का खंडन करते हुए हायाघाट से राजद उम्मीदवार भोला यादव ने बताया कि उन्होंने नियम के विरुद्ध कुछ भी नहीं किया है. नियम के तहत उन्हें हक है कि प्रत्याशियों का पेपर देखें. उन्होंने बताया कि हर प्रत्याशी एक दूसरे पेपर देख सकता है.