दरभंगा: आगामी बिहार विधान परिषद चुनाव को लेकर दरभंगा में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है. संभावित प्रत्याशी अपने वादों और दावों के साथ मैदान में कूद पड़े हैं. दरभंगा स्नातक निर्वाचन सीट पर कांग्रेस से डॉ. मुनेश्वर यादव ने दावेदारी ठोक दी है.
शिक्षा के मुद्दे पर लड़ेंगे चुनाव
बता दें कि डॉ. मुनेश्वर यादव ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पूर्व सीसीडीसी हैं. उन्होंने कहा कि वे अपना मन बना चुके हैं. अब पार्टी पर है कि वह क्या फैसला लेती है. उन्होंने कहा कि शिक्षा का व्यवसायीकरण और शैक्षणिक संस्थानों में बेतहाशा फीस वृद्धि के मुद्दे पर वे लड़ाई लड़ेंगे.
शिक्षा के नाम पर बाजारीकरण को बढ़ावा
डॉ. मुनेश्वर यादव ने कहा कि बिहार की अपनी कोई शिक्षा नीति नहीं है. यहां शिक्षा के नाम पर बाजारीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बी.एड की फीस अचानक से डेढ़ लाख रुपये कर दी गई और इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है. इन मुद्दों पर मुखरता से आवाज उठनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें शांति तो चाहिए लेकिन श्मशान की शांति मंजूर नहीं है.
NDA और महागठबंधन के बीच रोचक मुकाबला
बता दें कि दरभंगा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस को काफी मजबूत माना जाता है. यहां से दो बार डॉ. दिलीप चौधरी कांग्रेस से चुनाव जीत चुके हैं. फिलहाल उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ कर जदयू का दामन थाम लिया है. इसकी वजह से कांग्रेस के पास कोई बड़ा स्थानीय चेहरा नहीं है. ऐसे में डॉ. मुनेश्वर यादव की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. वैसे दरभंगा स्नातक सीट पर एनडीए और महागठबंधन के बीच रोचक मुकाबला होने की उम्मीद है.