दरभंगा: सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि मिथिला का केंद्र दरभंगा में बनने वाले एम्स के लिए प्रस्तावित स्थल पर एनएच 57 से 4 लेन रोड की कनेक्टिविटी होना थी. इस क्रम में भारतमाला के तहत प्रस्तावित औरंगाबाद-पटना-दरभंगा एनएचएआई की सड़क में प्रस्तावित स्थल को जोड़ने का कार्य किया जाएगा.
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एम्स से उत्सर्जित गंदगी का निस्तारण
वहीं, स्थल पर लगभग 4 फीट मिट्टीकरण, 20 मेगावाट की बिजली आपूर्ति, एम्स से उत्सर्जित गंदगी का उचित निस्तारण और बायो मेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल हेतु प्लांट को स्थापित करने का कार्य किया जाना है, जिसमें स्थानीय स्तर पर प्रशासन और विभाग को संयुक्त रूप से सक्रिय होना आवश्यक है.
200 एकड़ भूमि पर बनेगा एम्स
सांसद ने कहा कि निर्माण कार्य शुरू करने हेतु प्रस्तावित स्थल और 200 एकड़ भूमि को पूरी तरह तैयार कर राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य मंत्रालय को विधिवत तीन चरण (75 एकड़, 100 एकड़ और 25 एकड़) में हस्तांतरित किया जाना है. उन्होंने कहा कि प्रस्तावित स्थल और 200 एकड़ भूमि को तैयार करने के क्रम में घेराबंदी हेतु चाहरदीवारी निर्माण और उक्त भूमि पर मिट्टीकरण का कार्य सर्वप्रथम किया जाना है. इस क्रम में मिट्टीकरण हेतु लगभग 13 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है.
स्वास्थ्य के क्षेत्र में साबित होगा वरदान
सांसद गोपालजी ठाकुर ने कहा कि दरभंगा एम्स स्वास्थ्य के क्षेत्र में मिथिला के लिए वरदान साबित होगा. एम्स बन जाने से मिथिला और उत्तर बिहार के 8 करोड़ लोगों के साथ साथ पड़ोसी देश नेपाल और पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के करोड़ों लोग लाभान्वित होंगे. इस बैठक में प्रभारी जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया, अपर समाहर्ता, सदर एसडीओ, डीएमसी प्राचार्य, डीएमसीएच अधीक्षक सहित प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.