दरभंगा: कोरोना महामारी (Covid-19) के कारण भारत समेत अन्य देश के लाखों बच्चों ने अपने माता-पिता, दादा-दादी समेत अपनों को खो दिया है. जिसका सीधा असर उनके भविष्य पर पड़ रहा है. बच्चे डिप्रेशन का शिकार या गंभीर बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं. इन सभी को देखते हुए युवाओं के उज्जवल भविष्य के लिए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (Lalit Narayan Mithila University) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
इसे भी पढ़ें: LNMU मुख्यालय और VC आवास पर प्रदर्शन करने वाले छात्रों के खिलाफ कार्रवाई, FIR दर्ज
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने घोषणा की है कि विवि के कार्य क्षेत्र में आने वाले दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और बेगूसराय जिले के ऐसे सभी बच्चों को मुफ्त (Free Education For Students) में शिक्षा दी जाएगी, जिन्होंने कोरोना काल में अपने माता-पिता को खो दिया है.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ऐसे सभी छात्र-छात्राएं जिन्होंने अपने माता-पिता को खोया है, उनकी शिक्षा पूरी तरह मुफ्त की जाएगी. उनसे किसी भी मद में कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. साथ ही पाठ्य सामग्री और किताबें भी मुफ्त में दी जाएगी. कुलपति ने अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने के मौके पर आयोजित एक प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी है.
ये भी पढ़ें: दरभंगाः डॉ. रमेश झा बने एलएनएमयू मैथिली के विभागाध्यक्ष
कुलपति ने कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने एक साल के दौरान कोरोना महामारी के बावजूद भी शिक्षकों, कर्मियों और छात्र-छात्राओं के लिए कई कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की एकेडमिक व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है. कोरोना के कारण जिन भी युवाओं के माता-पिता का देहांत हो गया है, उन्हें मुफ्त शिक्षा दी जाएगी.
'यूजी से लेकर पीजी और रिसर्च तक के छात्र-छात्राओं को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी. ऐसे छात्र छात्राओं के लिए पाठ्य सामग्री व किताबों की भी मुफ्त व्यवस्था की जाएगी. इसका लाभ न सिर्फ विश्वविद्यालय के कर्मियों के आश्रित उठा सकेंगे बल्कि चारों जिलों में से कहीं के प्रभावित छात्र इसका लाभ ले सकेंगे. विश्वविद्यालय के अधिकारियों से बातचीत के बाद आम सहमति से यह फैसला लिया गया है.' -प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह, कुलपति, एलएनएमयू