दरभंगा: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी सोमवार को दरभंगा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए यह संकेत दिया है कि उनकी पार्टी एनडीए के साथ जा सकती है.
उन्होंने कहा कि विधानमंडल में हमलोगों ने एससी, एसटी को लेकर चार मुद्दा उठाया था, जिस पर सुशील कुमार मोदी ने हम लोगों का समर्थन करते हुए कहा था कि यह तो हम लोगों की नीति है. लेकिन लालू प्रसाद यादव या उनकी पार्टी के एक भी सदस्य ने इस संबंध में कुछ भी नहीं बोला. इस आधार पर हम कह सकते हैं कि जो हमारा चारों सिद्धांत हैं, जिसके चलते हम शुरू से लड़ रहे हैं. इस मामले में हम उनको नजदीक पा रहे हैं. अगर हमारे सिद्धांत उनके सिद्धांत से मेल खाता है. तो हम उनके साथ भी जा सकते हैं.
मांझी ने लालू प्रसाद यादव को बताया एससी, एसटी विरोधी
वहीं, महागठबंधन से अलग होते ही जीतन राम मांझी ने लालू प्रसाद यादव पर हमला करते हुए कहा कि लालू यादव एससी एसटी के सबसे बड़े विरोधी हैं. बातों ही बातों में मांझी ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि राबड़ी देवी, लालू प्रसाद यादव से ज्यादा अच्छी हैं. भले ही मुख्यमंत्री पद से हटाने में नीतीश कुमार के साथ लालू यादव का बड़ा योगदान था. लेकिन राबड़ी देवी ने इसके खिलाफ खड़ी थी. वहीं, मांझी ने कहा कि 30 अगस्त को फैसला लेंगे की किनके साथ चुनाव में जाना है, या अकेले चुनाव लड़ना है.
'बिहार में कानून व्यवस्था सामान्य नहीं'
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन मांझी ने नीतीश कुमार के सुशासन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था सामान्य नहीं है. पुलिस की कार्रवाई के बाद भी अपराधी के हौसले बुलंद हैं और अपराधी बेखौफ होकर अपराध कर रहे हैं. इस पर सरकार को कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है.