दरभंगा: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के रोकथाम एवं कोरोना मरीजों के इलाज के लिए की गयी व्यवस्था को लेकर डीएम डॉ. त्यागराजन ने पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में एंटी बायोटिक दवाओं की कालाबाजारी पर अंकुश रखने को लेकर जारी आदेश का शत-प्रतिशत अनुपालन कराने का निर्देश दिया. सहायक औषधि नियंत्रक एवं सभी दवा निरीक्षकों को कोरोना बीमारी की इलाज के लिए आवश्यक एंटी बायोटिक दवाओं के भंडारण एवं बिक्री पर पैनी नजर रखने को कहा.
अस्पतालों को रखना होगा दवा का हिसाब
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कई जिलों से ऐसी सूचना मिल रही है कि कई दवा विक्रेताओं द्वारा कोरोना के लिए आवश्यक एंटी बायोटिक दवाओं की जमाखोरी कर ऊंची कीमतों पर बेची जा रही है. दरभंगा में इसके लिए तीन मजिस्ट्रेट को प्रतिनियुक्त किया गया है. साथ ही सभी दवा निरीक्षक दवा दुकानों एवं निजी अस्पतालों की जांच करते रहेंगे. गंभीर कोरोना मरीजों के लिए एन्टी बायोटिक दवा, रेमडेसिविर जिन अस्पतालों को आवंटित किया जा रहा है, उन अस्पतालों को इसका हिसाब रखना होगा.
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गड़बड़ी की शिकायत पर होगी कार्रवाई
डीएम ने कहा कि यदि कहीं से गड़बड़ी की शिकायत मिलती है, तो उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाते हुए तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए. यदि दवा एजेंसी द्वारा सीधे दवा दुकानदार को या हॉस्पिटल को कोई एंटी बायोटिक दवा दी जा रही है तो उसका भी हिसाब रखा जाए. जिन हॉस्पिटलों को दवा एजेंसी द्वारा सीधे दवा उपलब्ध कराई गयी है. वे पहले वह अपनी दवा खर्च करेगें और आवश्यकता पड़ने पर ही सिविल सर्जन से अतिरिक्त एन्टी बायोटिक दवा की मांग करेंगे.