दरभंगा: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है. इसी कड़ी में डीएम डॉ. त्यागराजन ने डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर के टेली मेडिसिन सेन्टर में एक बैठक की. बैठक में डीएम ने कोरोना संक्रमण के रोकथाम को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए. साथ ही सिविल सर्जन को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर की व्यवस्था को और चाक-चौबंद करने का निर्देश दिया.
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इसके अलावा डीएम ने सभी पदाधिकारी को पालीवार रोस्टर बनाकर कार्य करने के सख्त निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ और एएनएम की उपस्थिति अस्पतालों में शत-प्रतिशत होनी चाहिए. वहीं, डीएम ने सिविल सर्जन को अस्पतालों में प्रतिनियुक्त कर्मियों के अलावा जीएनएम, पारा मेडिकल स्टाफ की संख्या और बढ़ाने को कहा.
ऑक्सीजन की हो नियमित आपूर्ति
बैठक में डीएम ने अस्पातलों में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए दवाई की कमी नहीं होने देने की बात कही. साथ ही निर्देश दिए कि मरीजों के लिए ऑक्सीजन की नियमित आपूर्ति की जानी चाहिए. डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में कोरोना के मॉडरेट मरीजों को ही भर्ती करना है.
वहीं, कोरोना के गंभीर मरीज को डीएमसीएच में बने कोरोना वार्ड में या किसी निजी अस्पताल, जहां इलाज का बेहतर व्यवस्था हो वहां रेफर करना है. बता दें कि अभी वर्तमान में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में 13 मरीज भर्ती हैं.
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निजी अस्पताल रखें 50 प्रतिशत बेड कोरोना मरीज के लिए रिजर्व
दरभंगा शहरी क्षेत्र के 16 प्रमुख निजी अस्पतालों को 50 प्रतिशत बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित रखने और उन्हें अलग कर प्रॉटोकॉल के अनुसार कोरोना वार्ड बनाने के निर्देश दिया गया है.
इसकी निगरानी के लिए अपर समाहर्त्ता विभूति रंजन चौधरी की अध्यक्षता में 9 सदस्यीय प्राईवेट हॉस्पिटल निगरानी कोषांग बनाया गया है. ये कोषांग प्रतिदिन उन बेडों का हिसाब ले रही है. साथ ही सभी हॉस्पिटलों में कोरोना संक्रमितों के ईलाज की निगरानी रखी जा रही है.
मरीजों के डिस्चार्ज को लेकर गाइडलाइन जारी
राज्य में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को लेकर सरकार की ओर से कई गाइडलाइन जारी किए गए हैं. हालांकि अस्पताल में इलाजरत कोरोना मरीजों को भी डिस्चार्ज करने के संबंध में गाइडलाइन जारी की गई है.
इसमें कहा गया है कि मॉडरेट कोरोना मरीज जिनका एसओपी 2-90 फीसदी से अधिक है उसे डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में रखा जाए. वहीं, जो माईल्ड कोरोना मरीज हैं या जिनका एसओपी 2- 94 फीसदी से अधिक है, उसे होम आइसोलेशन में रखा जाए.