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दरभंगाः DMCH में नए सर्जिकल भवन के निर्माण में 22 नर्स क्वार्टर रुकावट

डीएमसीएच के खतरनाक घोषित हो चुके सर्जिकल भवन का नया भवन गायनिक परिसर में बनेगा. समस्या यह है कि गायनिक परिसर में बने क्वार्टर में 22 नर्स रह रही हैं. जो क्वार्टर खाली नहीं कर रही. उनका कहना है कि पहले उनके रहने का इंतजाम किया जाए.

डीएमसीएच में नए सर्जिकल भवन के निर्माण
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Published : Sep 8, 2019, 1:03 PM IST

दरभंगाः डीएमसीएच के गायनिक परिसर में सर्जरी भवन निर्माण को लेकर गतिरोध उत्पन्न हो गया है. विभागीय प्रधान सचिव के आदेश के बावजूद चयनित भूमि पर पुराने मकान को तोड़ने की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हो पाई हैं. जबकि 28 अगस्त से चयनित स्थल पर बने मकान को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू होनी थी. इसमें सबसे बड़ी बाधा जीएनएम में बने नर्स क्वार्टर को लेकर हो रही है. क्वार्टर में रह रही 22 नर्सों ने अपने रहने की व्यवस्था के बिना क्वार्टर खाली करने से साफ इंकार कर दिया है.

डीएमसीएच में नए सर्जिकल भवन के निर्माण में बाधा बन रही 22 नर्स क्वार्टर


क्वार्टर खाली करने को तैयार नहीं नर्सेज
नर्सेज क्वार्टर में रह रहीं नर्स रेनू कुमारी ने कहा कि 28 अगस्त की तारीख देते हुए कहा गया था कि यहां पर बुलडोजर चलेगा और मेन हॉस्टल के साथ ही नर्स क्वार्टर भी टूटेगा. लेकिन हमलोग लिख कर दे चुके हैं. जब तक हमारे रहने के लिए स्थान नहीं दिया जाएगा. हम लोग हॉस्टल खाली नहीं करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि यहां पर रह रही नर्स तीन शिफ्ट में ड्यूटी के साथ ही इमरजेंसी ड्यूटी भी करती हैं. दिन हो या फिर रात कोई एक्सीडेंटल केस आता है तो हम लोग तुरंत पहुंच जाते हैं. इसीलिए जब तक हमें मकान नहीं मिलेगा. हम मकान खाली नहीं करेंगे.

DMCH Darbhanga
नए सर्जिकल भवन के निर्माण में रुकावट बनी नर्स क्वार्टर

'खाली करने के लिए सात दिन का समय'
वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने बताया कि 22 नर्स अभी वहां रहती हैं. उन लोगों को पहले भी खाली करने के निर्देश दिए जा चुके हैं. लेकिन उन लोगों के रहने की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है. जिसके चलते वो वहां रह रही हैं. हमने खाली करने के लिए फिर से सात दिन का समय दिया है. उन्होंने कहा कि गायनिक परिसर में जो सर्जिकल भवन बनना है. उसके प्रोजेक्ट मैनेजर यहां आकर निर्माण स्थल का भ्रमण कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि मकान उपलब्ध नहीं होने के कारण फिलहाल इन लोगों ने समय मांगा था. तो हमने 7 दिन का समय दे दिया है. उसके बाद उन्हें खाली करना ही होगा. क्योंकि वहां सर्जिकल भवन का निर्माण होना है.

DMCH Darbhanga
डीएमसीएच अस्पताल

दरभंगाः डीएमसीएच के गायनिक परिसर में सर्जरी भवन निर्माण को लेकर गतिरोध उत्पन्न हो गया है. विभागीय प्रधान सचिव के आदेश के बावजूद चयनित भूमि पर पुराने मकान को तोड़ने की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हो पाई हैं. जबकि 28 अगस्त से चयनित स्थल पर बने मकान को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू होनी थी. इसमें सबसे बड़ी बाधा जीएनएम में बने नर्स क्वार्टर को लेकर हो रही है. क्वार्टर में रह रही 22 नर्सों ने अपने रहने की व्यवस्था के बिना क्वार्टर खाली करने से साफ इंकार कर दिया है.

डीएमसीएच में नए सर्जिकल भवन के निर्माण में बाधा बन रही 22 नर्स क्वार्टर


क्वार्टर खाली करने को तैयार नहीं नर्सेज
नर्सेज क्वार्टर में रह रहीं नर्स रेनू कुमारी ने कहा कि 28 अगस्त की तारीख देते हुए कहा गया था कि यहां पर बुलडोजर चलेगा और मेन हॉस्टल के साथ ही नर्स क्वार्टर भी टूटेगा. लेकिन हमलोग लिख कर दे चुके हैं. जब तक हमारे रहने के लिए स्थान नहीं दिया जाएगा. हम लोग हॉस्टल खाली नहीं करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि यहां पर रह रही नर्स तीन शिफ्ट में ड्यूटी के साथ ही इमरजेंसी ड्यूटी भी करती हैं. दिन हो या फिर रात कोई एक्सीडेंटल केस आता है तो हम लोग तुरंत पहुंच जाते हैं. इसीलिए जब तक हमें मकान नहीं मिलेगा. हम मकान खाली नहीं करेंगे.

DMCH Darbhanga
नए सर्जिकल भवन के निर्माण में रुकावट बनी नर्स क्वार्टर

'खाली करने के लिए सात दिन का समय'
वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने बताया कि 22 नर्स अभी वहां रहती हैं. उन लोगों को पहले भी खाली करने के निर्देश दिए जा चुके हैं. लेकिन उन लोगों के रहने की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है. जिसके चलते वो वहां रह रही हैं. हमने खाली करने के लिए फिर से सात दिन का समय दिया है. उन्होंने कहा कि गायनिक परिसर में जो सर्जिकल भवन बनना है. उसके प्रोजेक्ट मैनेजर यहां आकर निर्माण स्थल का भ्रमण कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि मकान उपलब्ध नहीं होने के कारण फिलहाल इन लोगों ने समय मांगा था. तो हमने 7 दिन का समय दे दिया है. उसके बाद उन्हें खाली करना ही होगा. क्योंकि वहां सर्जिकल भवन का निर्माण होना है.

DMCH Darbhanga
डीएमसीएच अस्पताल
Intro:डीएमसीएच के गायनिक परिसर में सर्जरी भवन निर्माण को लेकर गतिरोध उत्पन्न हो गया है। विभागीय प्रधान सचिव के आदेश के बावजूद चयनित भूमि पर पुराने मकान को तोड़ने की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। जबकि 28 अगस्त से चयनित स्थल पर बने मकान को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू होनी थी। इसमें सबसे बड़ी बाधा जीएनएम नर्स वाटर को लेकर हो रही है। क्वार्टर में रह रही 22 नर्सों ने वैकल्पिक व्यवस्था के बिना क्वार्टर खाली करने से साफ इंकार कर दी है। हालांकि अधीक्षक ने पत्र जारी कर नर्सों को हर हाल में एक सप्ताह के अंदर क्वार्टर खाली करने का निर्देश दिया है। हालांकि जिस गति से प्रक्रिया चल रही है इसे सर्जिकल भवन का निर्माण शुरू होने में और विलंब होने की आशंका जताई जा रही है।


Body:दरअसल डीएमसीएच के खतरनाक घोषित हो चुके सर्जिकल भवन का नया भवन का निर्माण गायनिक परिसर में होना है। समस्या यह है कि गायनिक परिसर में बने क्वार्टर में 22 नर्स रह रही है। सर्जिकल भवन निर्माण को लेकर उन्हें जगह खाली करने का आदेश दे दिया गया है। लेकिन डीएमसीएच प्रशासन की मानें तो नर्स के अन्यत्र चले जाने जाने से चिकित्सा व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर चयनित स्थल पर नगर निगम की ओर से निर्मित रेन बसेरा भवन व सुलभ शौचालय भी उपलब्ध है। दोनों भवन को तोड़े बिना नए सर्जिकल भवन का निर्माण शुरू नहीं किया जा सकता है।

वही नर्सेज क्वार्टर मे रह रही नर्स रेनू कुमारी ने कहा कि 28 अगस्त की तारीख देते हुए कहा गया था कि यहां पर बुलडोजर चलेगा और मेन हॉस्टल के साथ ही सिस्टर क्वार्टर भी टूटेगा। लेकिन हमलोग लिख कर दे चुके हैं और जब तक हम लोगों का वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किया जाएगा, तबतक हम लोग हॉस्टल खाली नहीं करेंगे। क्योंकि यह क्वार्टर हमलोगो को आवंटन हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि यहां पर रह रहे नर्स तीन शिफ्ट में ड्यूटी के साथ ही इमरजेंसी ड्यूटी करते हैं। दिन हो या फिर रात कोई एक्सीडेंटल केस आता है तो हम लोग तुरंत पहुंच जाते हैं। इसीलिए जब तक हमलोगों को मकान नहीं मिलेगा, तबतक हमलोग मकान खाली नहीं करेंगे।


Conclusion:वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद ने बताया कि 22 नर्स अभी वहां रहती है। उनलोगों को पहले भी खाली करने का निर्देश दिया जा चुका है। लेकिन उन लोगों को अभी तक वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो सकी है। जिसके चलते वे लोग वहां रह रही है। हमने यथाशीघ्र उन लोगों को खाली करने के लिए फिर से सात दिन का समय दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि गायनिक परिसर में जो सर्जिकल भवन बनना है। उसके प्रोजेक्ट मैनेजर यहां आकर स्टे कर, निर्माण स्थल का भ्रमण किया है। वैसे भी जिस भवन में नर्स लोग रह रही है, उस भवन की स्थिति भी ठीक नहीं है। वही उन्होंने कहा कि मकान उपलब्ध नहीं होने के कारण फिलहाल इनलोगों ने समय मांगा था, तो हमने 7 दिन का समय दे दिया है। उसके बाद उन्हें खाली करना ही होगा, क्योंकि वहां सर्जिकल भवन का निर्माण होना है।

गौरतलब है कि पूर्व में सर्जिकल भवन के निर्माण के लिए अधीक्षक कार्यालय के पीछे अवस्थित जमीन का चयन किया गया था। काफी मशक्कत के बाद वहां स्थित कर्मचारी क्वार्टर को खाली कराया जा सका था। वही जब भवन निर्माण के लिए सभी बाधाएं दूर हो गई, इस स्थल के बजाय गायनिक विभाग परिसर में भवन का निर्माण करने के लिए नए स्थल का चयन किया गया।

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रेणु कुमारी, नर्स
डॉ राज रंजन प्रसाद, अधीक्षक
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