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CHC एम्बुलेंस सेवा ठप, मरीजों की बढ़ी परेशानी - कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर

स्वास्थ्य विभाग एक वाहन पर करीब एक लाख रूपये से ज्यादा मासिक भुगतान एनजीओ को करता है. इसके बावजूद भी एनजीओ सेवा देने मे फिस्सडी साबित हो रहा है.

अस्पताल के बाहर खड़ी एम्बुलेंस
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Published : Apr 13, 2019, 1:01 PM IST

दरभंगा: जिले के केवटी स्थिति कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर(सीएचसी) की एम्बुलेंस सेवा 102 के ठप हो जाने से मरीजों के परिजन हलकान हैं. बता दें कि दो दिनों से आस्पताल में एम्बुलेंस वाहन शोभा की वस्तु की तरह खड़ी है.
सीएचसी केवटी मे गंभीर प्रसव के मरीजों को अस्पताल लाने तथा रेफर होने पर जिला मुख्यालय के डीएमसीएच अस्पताल लाने में 22 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है. ऐसे में मरीजों को पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस सेवा 102 के ठप होने से समस्या और बढ़ गयी है.

जानकारी देते परिजन

एम्बुलेंस सेवा ठप होने से निजी वाहन चालकों की चांदी
खासकर गरीब असहाय लावारिस मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ज्ञात हो कि वरिष्ठ नागरिकों, प्रसव मरीज, नवजात, लावारिस मरीजों को नि:शुल्क सेवा देने वाले एम्बुलेंस सेवा ठप हो जाने से निजी वाहनों का चांदी कट रही है.

लाखों खर्च के बावजूद नहीं मिल रही सुविधा
राज्य सरकार एनजीओ के माध्यम से एम्बुलेंस सेवा चला रही है. एनजीओ की लापरवाही से सेवा अक्सर बाधित या ठप ही रहा करती है. स्वास्थ्य विभाग एक वाहन पर करीब एक लाख रूपये से ज्यादा मासिक भुगतान एनजीओ को करता है. इसके बावजूद भी एनजीओ सेवा देने मे फिस्सडी साबित हो रहा है.

दरभंगा: जिले के केवटी स्थिति कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर(सीएचसी) की एम्बुलेंस सेवा 102 के ठप हो जाने से मरीजों के परिजन हलकान हैं. बता दें कि दो दिनों से आस्पताल में एम्बुलेंस वाहन शोभा की वस्तु की तरह खड़ी है.
सीएचसी केवटी मे गंभीर प्रसव के मरीजों को अस्पताल लाने तथा रेफर होने पर जिला मुख्यालय के डीएमसीएच अस्पताल लाने में 22 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है. ऐसे में मरीजों को पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस सेवा 102 के ठप होने से समस्या और बढ़ गयी है.

जानकारी देते परिजन

एम्बुलेंस सेवा ठप होने से निजी वाहन चालकों की चांदी
खासकर गरीब असहाय लावारिस मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ज्ञात हो कि वरिष्ठ नागरिकों, प्रसव मरीज, नवजात, लावारिस मरीजों को नि:शुल्क सेवा देने वाले एम्बुलेंस सेवा ठप हो जाने से निजी वाहनों का चांदी कट रही है.

लाखों खर्च के बावजूद नहीं मिल रही सुविधा
राज्य सरकार एनजीओ के माध्यम से एम्बुलेंस सेवा चला रही है. एनजीओ की लापरवाही से सेवा अक्सर बाधित या ठप ही रहा करती है. स्वास्थ्य विभाग एक वाहन पर करीब एक लाख रूपये से ज्यादा मासिक भुगतान एनजीओ को करता है. इसके बावजूद भी एनजीओ सेवा देने मे फिस्सडी साबित हो रहा है.

Intro:सीएचसी केवटी का एम्बुलेस सेवा 102 के ठप हो जाने से मरीज परिजनों हलकान है दो दिनों से एम्बुलेस वाहन परिसर मे खड़ी होकर शोभा कि वस्तु बनकर रह गया हैBody:सीएचसी केवटी मे गंभीर प्रसव आदि के मरीजो को अस्पताल लाने तथा रेफर होने पर जिला मुख्यालय के डीएमसीएच अस्पताल 22किमी दूरी तय कर पहुँचाने के लिये एम्बुलेस सेवा 102 के ठप हो गयी है खासकर गरीब असहाय लावारिस मरीजो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वरिष्ठ नागरिको प्रसव मरीज नवजात लावारिस आदि मरीजों को नि:शुल्क सेवा देने वाले एम्बुलेस सेवा ठप हो जाने से निजी वाहनों का चांदी कट रही हैं Conclusion:राज्य सरकार एनजीओ के माध्यम से एम्बुलेस सेवा चला रही हैं एनजीओ की लापरवाही से अक्सर बाधित ठप रहा करती है स्वास्थ्य विभाग एक वाहन पर करीब एक लाख रूपये से ज्यादा मासिक भुगतान एनजीओ को करती है इसके बावजूद भी सेवा देने मे फिस्सडी साबित हो रही बाइट : मरीज के परिजन मो सज्जाद मंजूर विजय कुमार संवाददाता ईटीवी संवाददाता केवटी दरभंगा
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