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करोड़ों के बकाये को लेकर LNMU और दरभंगा नगर निगम आमने-सामने - होल्डिंग टैक्स

एलएनएमयू और दरभंगा नगर निगम ने एक-दूसरे पर बकाया भुगतान न करने का आरोप लगाया है. नगर निगम का आरोप है कि विवि होल्डिंग टैक्स नहीं चुकाने का बहाना ढूंढता है और बढ़ा-चढ़ा कर अपने किराया बकाये का भुगतान मांगता है.

एलएनएमयू
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Published : May 25, 2019, 9:16 AM IST

दरभंगा: करोड़ों रुपये बकाया को लेकर एलएनएमयू और दरभंगा नगर निगम आमने-सामने आ गए हैं. दोनों ने एक-दूसरे पर बकाया भुगतान न करने का आरोप लगाया है. दरभंगा नगर निगम ने सबसे पहले विवि पर 1975 से अब तक 4 करोड़ 81 लाख होल्डिंग टैक्स बकाया भुगतान का पत्र भेजा था.

darbhanga
दरभंगा नगर निगम

उस पत्र के जवाब में ललित एलएनएमयू ने नगर निगम पर अपनी संपत्ति और जमीनों के किराये का भुगतान न करने का आरोप लगाया. मिथिला विवि ने साल 1975 से अब तक कुल 6 करोड़ 43 लाख 20 हजार 208 रुपये बकाया का दावा ठोक दिया है.

darbhanga
LNMU को पत्र

विवि को भेजा गया पत्र

एलएनएमयू के भू-संपदा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार ने कहा कि विवि का कादिराबाद बस स्टैंड, राजकुमारगंज बस स्टैंड और सुलभ शौचालय का किराया 44 साल से बकाया है. वे बार-बार नगर निगम को भुगतान के लिये पत्र भेजते हैं. लेकिन निगम भुगतान नहीं करता है. उधर, नगर निगम के आयुक्त श्याम किशोर ने कहा कि उन्होंने कार्यभार संभालने के बाद सभी बड़े बकायेदारों को पत्र भेजा था. उसी क्रम में विवि को भी पत्र भेजा था.

darbhanga
LNMU को पत्र

अच्छी परंपरा की शुरुआत नहीं

उसके बाद विवि ने जवाब में अपने बकाए का पत्र भेजकर ये दावा ठोक दिया है. उन्होंने कहा कि ये अच्छी परंपरा की शुरुआत नहीं है. उन्होंने कहा कि विवि अपनी लेखा शाखा के कर्मियों को निगम में भेजकर हिसाब का मिलान करवाए. और पता लगाए की किस हिसाब से उन्होंने अपने बकाये की गणना की है.

LNMU और दरभंगा नगर निगम आमने-सामने

भुगतान का ये मामला वर्षों से लंबित

बता दें कि एलएनएमयू और दरभंगा नगर निगम के बीच बकाया भुगतान का ये मामला वर्षों से लटका हुआ है. क्योंकि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गलत बकाया राशि की गणना करने का आरोप लगाते हैं. विवि ये भी कहता है कि नगर निगम बिना सुविधा दिये होल्डिंग टैक्स मांगता है. नगर निगम का आरोप है कि विवि होल्डिंग टैक्स नहीं चुकाने का बहाना ढूंढता है और बढ़ा-चढ़ा कर अपने किराया बकाये का भुगतान मांगता है.

दरभंगा: करोड़ों रुपये बकाया को लेकर एलएनएमयू और दरभंगा नगर निगम आमने-सामने आ गए हैं. दोनों ने एक-दूसरे पर बकाया भुगतान न करने का आरोप लगाया है. दरभंगा नगर निगम ने सबसे पहले विवि पर 1975 से अब तक 4 करोड़ 81 लाख होल्डिंग टैक्स बकाया भुगतान का पत्र भेजा था.

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दरभंगा नगर निगम

उस पत्र के जवाब में ललित एलएनएमयू ने नगर निगम पर अपनी संपत्ति और जमीनों के किराये का भुगतान न करने का आरोप लगाया. मिथिला विवि ने साल 1975 से अब तक कुल 6 करोड़ 43 लाख 20 हजार 208 रुपये बकाया का दावा ठोक दिया है.

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LNMU को पत्र

विवि को भेजा गया पत्र

एलएनएमयू के भू-संपदा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार ने कहा कि विवि का कादिराबाद बस स्टैंड, राजकुमारगंज बस स्टैंड और सुलभ शौचालय का किराया 44 साल से बकाया है. वे बार-बार नगर निगम को भुगतान के लिये पत्र भेजते हैं. लेकिन निगम भुगतान नहीं करता है. उधर, नगर निगम के आयुक्त श्याम किशोर ने कहा कि उन्होंने कार्यभार संभालने के बाद सभी बड़े बकायेदारों को पत्र भेजा था. उसी क्रम में विवि को भी पत्र भेजा था.

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LNMU को पत्र

अच्छी परंपरा की शुरुआत नहीं

उसके बाद विवि ने जवाब में अपने बकाए का पत्र भेजकर ये दावा ठोक दिया है. उन्होंने कहा कि ये अच्छी परंपरा की शुरुआत नहीं है. उन्होंने कहा कि विवि अपनी लेखा शाखा के कर्मियों को निगम में भेजकर हिसाब का मिलान करवाए. और पता लगाए की किस हिसाब से उन्होंने अपने बकाये की गणना की है.

LNMU और दरभंगा नगर निगम आमने-सामने

भुगतान का ये मामला वर्षों से लंबित

बता दें कि एलएनएमयू और दरभंगा नगर निगम के बीच बकाया भुगतान का ये मामला वर्षों से लटका हुआ है. क्योंकि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गलत बकाया राशि की गणना करने का आरोप लगाते हैं. विवि ये भी कहता है कि नगर निगम बिना सुविधा दिये होल्डिंग टैक्स मांगता है. नगर निगम का आरोप है कि विवि होल्डिंग टैक्स नहीं चुकाने का बहाना ढूंढता है और बढ़ा-चढ़ा कर अपने किराया बकाये का भुगतान मांगता है.

Intro:दरभंगा। करोड़ों रुपये बकाया को लेकर ललित नारायण मिथिला विवि और दरभंगा नगर निगम आमने-सामने आ गए हैं। दोनों ने एक-दूसरे पर उनका बकाया भुगतान न करने का आरोप लगाया है। दरभंगा नगर निगम ने सबसे पहले विवि पर 1975 से अब तक 4 करोड़ 81 लाख होल्डिंग टैक्स बकाया भुगतान का पत्र भेजा था। उसके जवाब में ललित नारायण मिथिला विवि ने नगर निगम पर अपनी संपत्ति और ज़मीनों के किराये के रूप में वर्ष 1975 से अब तक कुल 6 करोड़ 43 लाख 20 हज़ार 208 रुपये बकाया का दावा ठोक दिया है।


Body:ललित नारायण मिथिला विवि के भू-संपदा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार ने कहा कि विवि का कादिराबाद बस स्टैंड, राजकुमारगंज बस स्टैंड और सुलभ शौचालय का किराया 44 साल से बकाया है। वे बार-बार नगर निगम को भुगतान के लिये पत्र भेजते हैं लेकिन निगम भुगतान नहीं करता है। उधर, नगर निगम के आयुक्त श्याम किशोर ने कहा कि उन्होंने कार्यभार संभालने के बाद सभी बड़े बकायेदारों को पत्र भेजा था। उसी क्रम में विवि को भी पत्र भेजा था। उसके बाद विवि ने जवाब में अपने बकाए का पत्र भेजकर ये दावा ठोक दिया है। उन्होंने कहा कि ये अच्छी परंपरा की शुरुआत नहीं है। उन्होंने कहा कि विवि अपनी लेखा शाखा के कर्मियों को निगम में भेजकर हिसाब का मिलान करवाए कि किस हिसाब से उन्होंने अपने बकाये की गणना की है।


Conclusion:बता दें कि ललित नारायण मिथिला विवि और दरभंगा नगर निगम के बीच बकाया भुगतान का ये मामला वर्षों से इसलिये लटका हुआ है क्योंकि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गलत बकाया राशि की गणना करने का आरोप लगाते हैं। विवि ये भी कहता है कि नगर निगम बिना सुविधा दिये होल्डिंग टैक्स मांगता है। नगर निगम का आरोप है कि विवि होल्डिंग टैक्स नहीं चुकाने का बहाना ढूंढता है और बढ़ा-चढ़ा कर अपने किराया बकाये का भुगतान मांगता है।


बाइट 1- डॉ. विजय कुमार, भू-संपदा पदाधिकारी, एलएनएमयू
बाइट 2- श्याम किशोर, आयुक्त, दरभंगा नगर निगम


विजय कुमार श्रीवास्तव
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