दरभंगा: करोड़ों रुपये बकाया को लेकर एलएनएमयू और दरभंगा नगर निगम आमने-सामने आ गए हैं. दोनों ने एक-दूसरे पर बकाया भुगतान न करने का आरोप लगाया है. दरभंगा नगर निगम ने सबसे पहले विवि पर 1975 से अब तक 4 करोड़ 81 लाख होल्डिंग टैक्स बकाया भुगतान का पत्र भेजा था.
उस पत्र के जवाब में ललित एलएनएमयू ने नगर निगम पर अपनी संपत्ति और जमीनों के किराये का भुगतान न करने का आरोप लगाया. मिथिला विवि ने साल 1975 से अब तक कुल 6 करोड़ 43 लाख 20 हजार 208 रुपये बकाया का दावा ठोक दिया है.
विवि को भेजा गया पत्र
एलएनएमयू के भू-संपदा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार ने कहा कि विवि का कादिराबाद बस स्टैंड, राजकुमारगंज बस स्टैंड और सुलभ शौचालय का किराया 44 साल से बकाया है. वे बार-बार नगर निगम को भुगतान के लिये पत्र भेजते हैं. लेकिन निगम भुगतान नहीं करता है. उधर, नगर निगम के आयुक्त श्याम किशोर ने कहा कि उन्होंने कार्यभार संभालने के बाद सभी बड़े बकायेदारों को पत्र भेजा था. उसी क्रम में विवि को भी पत्र भेजा था.
अच्छी परंपरा की शुरुआत नहीं
उसके बाद विवि ने जवाब में अपने बकाए का पत्र भेजकर ये दावा ठोक दिया है. उन्होंने कहा कि ये अच्छी परंपरा की शुरुआत नहीं है. उन्होंने कहा कि विवि अपनी लेखा शाखा के कर्मियों को निगम में भेजकर हिसाब का मिलान करवाए. और पता लगाए की किस हिसाब से उन्होंने अपने बकाये की गणना की है.
भुगतान का ये मामला वर्षों से लंबित
बता दें कि एलएनएमयू और दरभंगा नगर निगम के बीच बकाया भुगतान का ये मामला वर्षों से लटका हुआ है. क्योंकि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गलत बकाया राशि की गणना करने का आरोप लगाते हैं. विवि ये भी कहता है कि नगर निगम बिना सुविधा दिये होल्डिंग टैक्स मांगता है. नगर निगम का आरोप है कि विवि होल्डिंग टैक्स नहीं चुकाने का बहाना ढूंढता है और बढ़ा-चढ़ा कर अपने किराया बकाये का भुगतान मांगता है.