दरभंगाः बिहार के पूर्व वित्तमंत्री व राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दकी (RJD leader Abdul Bari Siddiqui) के बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सामाजिक संगठनों के साथ-साथ कई राजनीतिक दलों के नेता सिद्दकी के बयान पर आपत्ति दर्ज करा रहे हैं. इसी कड़ी में AIMIM के नेता नजरे आलम (AIMIM leader Najre Alam) ने सिद्दकी के बयान पर एतराज जताया कहा कि अब्दुल बारी सिद्दकी मुसलमानों में डर पैदा कर अपने घिसक चुके जनाधार को वापस पाने की नाकाम कोशिश भर कर रहे हैं.
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अल्पसंख्यको में डर पैदा कर रहेः नजरे ने कहा कि सिद्दकी 32 साल से सत्ता की मलाई खा रहे हैं. तब उन्हें डर नहीं लगा. आज जब उनका और उनके पार्टी का आधार वोट खिसक गया तब वो अल्पसंख्यको में डर पैदा कर राजनीति चमकाने के फिराक में हैं. सिद्दकी और उनके दल को गरीब मुसलमानों की कभी फिक्र ही नहीं रही. वो तो पैसे वाले हैं, इसलिए अपने बेटे-बेटी को लंदन व अमेरिका पढ़ा रहे हैं. लेकिन आम अवाम और खास कर गरीब मुसलमान कहा जाएंगे.
"राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दकी ने एक कहा था कि भारत में डर के माहौल होने के कारण वो अपने बेटा और बेटी को लंदन में नागरिकता ले लें. सिद्दकी का यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. यह मुस्लिम वोटर को भड़काने का काम कर रहे हैं. उनके पास पैसा है तो बच्चे को विदेश में पढ़ा रहे हैं. मोदी की सत्ता से डराकर वोटर को राजद में लाना चाहते हैं."- नजरे आलम, AIMIM नेता
क्या है मामलाः बता दें कि आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी का यह बयान 17 दिसंबर का बताया जा रहा है. वीडियो के मुताबिक, सिद्दीकी विधान परिषद के सभागार में एक स्वागत समारोह कार्यक्रम में बोलते नजर आ रहे हैं. कार्यक्रम जेडीयू के वरिष्ठ नेता देवेश चंद्र ठाकुर को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था. वीडियो में सिद्दीकी कहते नजर आ रहे हैं, कि देश में वो खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते (Abdul Bari Siddiqui Feels Scared In India ) हैं. वीडियो में उन्होंने अपने बच्चों को विदेश में नागरिकता हासिल कर वहीं रहने की सलाह दी है. क्योंकि उनके मुताबिक, भारत में मुसलमानों के अच्छा माहौल नहीं (muslim not safe in india) है.