दरभंगा: कृषि कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच किसान संगठनों ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर देश भर के राष्ट्रीय राजमार्ग का चक्का जाम कर रखा है. इसी कड़ी में दरभंगा में भी आंदोलनकारियों ने एनएच-57 और एनएच-527 B को जाम कर कृषि कानून को वापस लेने की मांग की. वहीं, किसान संगठनों की ओर से देशव्यापी चक्का जाम में महागठबंधन के सभी दल, जाप और वाम दलों ने समर्थन किया है.
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'केंद्र सरकार का चरित्र बेनकाब'
प्रदर्शन कर रहे नजरे आलम ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर लंबे दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन केंद्र की मोदी सरकार पर किसान आंदोलन का किसी प्रकार का फर्क नहीं पड़ रहा है. किसान आंदोलन ने मोदी सरकार के चरित्र को बेनकाब कर दिया है. देश और दुनिया के लोग देख चुके हैं कि सरकार किसानों की बात नहीं सुनकर उनके ऊपर हिंसात्मक कार्रवाई कर उन्हें देशद्रोही साबित करने की कोशिश कर रही है.
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'कृषि कानून वापस नहीं होने तक आंदोलन'
नजरे आलम ने कहा कि इससे पहले 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकाली गई थी. जिसके बाद 30 जनवरी को मानव श्रृंखला और आज एनएच को जाम कर इस बिल को वापस लेने की मांग की जा रही है. लेकिन सरकार कॉर्पोरेट मित्रों को फायदा पहुंचाने पर अड़ी हुई है. वहीं, उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती तब तक आंदोलन जारी रहेगा.