पटना: बिहार में इंसेफेलाइटिस का कहर जारी है. एक ओर जहां बच्चे मौत के मुंह में समा रहे हैं तो दूसरी ओर सियासत सातवें आसमान पर है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर प्रधानमंत्री जी योग के लिए 4 घंटा समय दे सकते हैं, तो मुजफ्फरपुर में भी गरीबों के लिए एक घंटा समय दे सकते थे.
'गरीबों को चाहिए बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा'
दरअसल, मुजफ्फरपुर में अज्ञात बीमारी से मासूम बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पीएम के दौरे पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि गरीब तो रोज योग करता है, उसे योगा की जरूरत नहीं, उसे बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा चाहिए.
PM को है 20% अमीरों की चिंता
जीतन राम मांझी ने कहा है कि प्रधानमंत्री जी अगर चार घंटे का समय योग के लिए रांची में निकाल सकते हैं तो उन्हें मुजफ्फरपुर में गरीब बच्चों के लिए भी एक घंटे का समय निकालना चाहिए था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी को 80 प्रतिशत गरीबों की चिंता नहीं 20 प्रतिशत अमीरों की चिंता है.
नीतीश सरकार पर भी बोला हमला
जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि चमकी बीमारी से निबटने में केंद्र और बिहार सरकार दोनों असफल साबित हुई है. उन्होंने कहा कि आज तक तो हमने यह सुना था कि बाढ़ और सूखे का एरियल सर्वे होता है लेकिन लू का एरियल सर्वे होता है यह पहली बार सुन रहा हूं. मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार इंजीनियर हैं हो सकता है उनके पास कोई नई तकनीक हो.