पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने केरल में स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा बुर्का पर प्रतिबंध लगाने को गलत कहा है. उन्होंने कहा कि लोगों के खानपान या पहनावा को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए, लोगों को इसके लिए आजादी मिलनी चाहिए कि वह कुछ भी खा सकते हैं या कुछ भी पहन सकते हैं.
मांझी ने कहा कि यह भारत देश है हम लोकतंत्र में रहते हैं. यहां इस तरह की बात जो करते हैं वह गलत कर रहे हैं. इस दौरान पूर्व सीएम ने गिरिराज सिंह पर फिर से कटाक्ष किया. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गिरराज सिंह भाषाई आतंकी हैं और उनका जो बयान आता है, निश्चित तौर पर उससे 1 विशेष वर्ग को काफी नाराजगी होती है, उन्हें इस तरह की भाषा नहीं बोली चाहिए.
'किसानों को गंभीरता से ले सरकार'
जीतन राम मांझी ने कहा कि मध्यप्रदेश में जिस तरह से एक निजी चैनल ने स्टिंग किया है और किसानों के मुआवजा उसे नहीं मिले हैं. उसमें घपले घोटाले हुए हैं निश्चित तौर पर यह गलत है और सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. क्योंकि भारत कृषि प्रधान देश है और किसान देश की बैकबोन हैं. अगर उन्हें सही समय पर सही मुआवजा नहीं मिलेगा तो किसानों को काफी दिक्कतें होगी और सरकार राज्यों में सरकार किसी की भी हो. किसानों के मामले पर उन्हें सोचना चाहिए.