पटना: राष्ट्रीय राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद से जेडीयू खुद को नेशनल पार्टी बनाने की कोशिश में जुट गई है. इस साल जेडीयू के संगठन का चुनाव होना है. इसके लिए पार्टी ने अनिल हेगड़े को राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी बनाया है. पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि नीतीश कुमार के शराबबंदी जैसे अभियान से जेडीयू पूरे देश में लोगों की पसंद बनेगी.
50 लाख सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य
जेडीयू ने सांगठनिक चुनाव का जो शिड्यूल जारी किया है, उसमें 5 जुलाई तक सदस्यता अभियान चलेगा. इसके तहत पूरे देश में 50 लाख से अधिक सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है. 20 अक्टूबर तक चुनाव की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. इसके बाद 19 और 20 अक्टूबर को नेशनल काउंसिल की बैठक होगी.
संगठन चुनाव के शिड्यूल:
तारीख | कार्यक्रम |
8 जून | सदस्यता महाअभियान की शुरुआत |
5 जुलाई | प्राथमिक और सक्रिय सदस्य बनाने की अंतिम तारीख |
4 सितंबर | प्राथमिक कमेटी और ब्लॉक सदस्यों के चुनाव की अंतिम तारीख |
15 सितंबर के पहले | जिला और राज्य काउंसिल के सदस्यों का चुनाव |
20 सितंबर के पहले | राज्य अध्यक्ष, राज्य कार्यकारिणी और राष्ट्रीय काउंसिल के सदस्यों का चुनाव |
27 सितंबर | राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्वाचन की अधिसूचना होगी जारी |
4 अक्टूबर | राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के नामांकन की अंतिम तारीख |
13 अक्टूबर | राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए मतदान |
निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जा सकते है नीतीश
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. ऐसी चर्चा है कि अगले तीन साल के लिए नीतीश कुमार को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएगा. ऐसे में निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाना तय है.
58% लोगों के पंसद हैं नीतीश कुमार
पार्टी के वरिष्ठ नेता और उद्योग मंत्री श्याम रजक के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर एक सर्वे हुआ है, जिसमें नीतीश कुमार 58% लोगों के पसंद हैं.आने वाले समय में नीतीश कुमार की लोकप्रियता से पार्टी को लाभ मिलेगा.
नीतीश सरकार के कामों को पसंद करती है जनता
वहीं, पार्टी के प्रवक्ता सुहेली मेहता का कहना है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में जो काम हो रहे हैं, उसे जनता द्वारा पसंद किया जा रहा है. लोग सीएम नीतीश को पसंद कर रहे हैं.
लोकसभा चुनाव में हासिल हुई थी शानदार जीत
गौरतलब है कि जेडीयू ने लोकसभा चुनाव में बिहार में 17 में से 16 सीटों पर शानदार जीत हासिल की थी. साथ ही अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा के चुनाव में भी 15 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें से 7 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. पार्टी उससे भी उत्साहित है.
चार राज्यों में अकेले चुनाव लड़ेगी JDU
नागालैंड में भी बीजेपी के साथ सरकार है तो वहीं आने वाले समय में चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी अकेले चुनाव लड़ने जा रही है. जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इस पर सहमति बन चुकी है. यह चार राज्य हैं दिल्ली, झारखंड, हरियाणा और जम्मू कश्मीर.
राष्ट्रीय पार्टी बनने की कोशिश तेज
झारखंड के लिए तो नीतीश कुमार ने दिल्ली में नेताओं के साथ बैठक भी की है. इससे पहले भी पार्टी कर्नाटक, गुजरात, यूपी और दिल्ली में चुनाव लड़ चुकी है. लेकिन इन राज्यों में खाता भी नहीं खुला और अधिकांश उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त हो गई. ऐसे में पार्टी ने फिर से अपने विस्तार की रूपरेखा तैयार की है और राष्ट्रीय पार्टी बनने की कोशिश तेज कर दी है.