पटना: सोमवार को चौथे चरण का मतदान होना है. अभी तक तीन चरणों में कुल 14 सीटों पर पर वोट डाले जा चुके हैं. इसमें बीजेपी के दो सीट हैं. चौथे फेज में बीजेपी के तीन सीट हैं, और ये तीनों महत्तवपूर्ण सीटें हैं. उजियारपुर से जहां प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय का भाग्य का फैसला होना है. वहीं, मिथिलांचल का दरभंगा सीट और बेगूसराय की सीट बचाना भी बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है.
तीनों सीट बीजेपी के चुनौती
बेगूसराय, उजियारपुर और दरभंगा ये तीनों सीट बीजेपी के लिए बचाना किसी प्रतिष्ठा से कम नहीं है. यही कारण है कि पीएम मोदी से लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सभी चुनावी सभा कर अपनी ताकत झोंकने में लगे हैं.
हर जगह मुकाबले की टक्कर
उजियारपुर में रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं तो वहीं दरभंगा में बीजेपी के नए उम्मीदवार को आरजेडी के कद्दावर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी टक्कर दे रहे हैं. जबकि इस लोकसभा चुनाव की सबसे चर्चित सीट बेगूसराय में गिरिराज सिंह को कन्हैया कुमार टक्कर दे रहे हैं.
हर जगह जीत का दावा
हालांकि बीजेपी का दावा है कि वो इन तीनों सीट के साथ-साथ मुंगेर और समस्तीपुर सीट भी आसानी से जीत हासिल करेगी. वहीं, चौथे चरण में महागठबंधन के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है, क्योंकि पांचों सीट एनडीए के पास है.
महागठबंधन बन रही रोड़ा
महागठबंधन की ओर से पांचों सीट पर लड़ाई धार-धार बनाने की कोशिश हुई है. सभी सीटों पर दिग्गज को उतारा गया है. समस्तीपुर में रामविलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान की चुनौती कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक नाम से है तो वहीं मुंगेर लोकसभा सीट भी काफी समय से चर्चा में रहा है. यहां बाहूबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी मंत्री ललन सिंह को टक्कर दे रही हैं.
2014 के परिणाम:
- दरभंगा: 2014 की बात करें तो दरभंगा में बीजेपी के उम्मीदवार कीर्ति आजाद ने 35,000 वोटों से आरजेडी के फातमी को हराया था. हालांकि कीर्ति आजाद झा अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं.
- बेगूसराय: यहां भोला प्रसाद सिंह ने 2014 में आरजेडी के तनवीर हसन को 58, 000 से अधिक मतों से हराया था. हालांकि भोला सिंह का देहांत हो चुका है.
- उजियारपुर: यहां नित्यानंद राय ने 2014 में आलोक मेहता को 65,000 से अधिक वोटों से हराया था. जदयू की उम्मीदवार अश्वमेघ देवी एक लाख से अधिक वोट लाकर तीसरे स्थान पर रही थी.
- समस्तीपुर: यहां रामचंद्र पासवान ने कांग्रेस को अशोक राम को लगभग 7,000 वोटों से पराजित किया था. उस समय जेडीयू के महेश्वर हजारी को दो लाख से अधिक वोट मिले थे. हजारी इस बार रामचंद्र पासवान के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं और अशोक राम एक बार फिर से चुनौती दे रहे हैं.
- मुंगेर: यहां लोजपा की वीणा देवी ने जदयू के ललन सिंह को एक लाख से अधिक वोटों से पराजित किया था. वहीं, आरजेडी के उम्मीदवार को पौने दो लाख के लगभग वोट मिले थे.
- इसलिए अगर इन पांचों सीट पर नजर दौड़ाई जाए तो 2014 में जेडीयू के उम्मीदवार दूसरे या तीसरे स्थान पर थे जो इस बार एनडीए के साथ हैं. महागठबंधन के पास कुछ खोने के लिए नहीं होने के बावजूद भी उनकी प्रतिष्ठा दांव पर है तो वहीं बीजेपी और एनडीए के लिए पांचों सीट को सुरक्षित रखना सबसे बड़ी चुनौती है.
पांचों लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाता और 2014 में मिले वोट इस प्रकार से हैं:
- बेगूसराय में कुल मतदाता 19,54, 484 हैं. इसमें 2014 में बीजेपी के भोला सिंह को 4,28,227 वोट मिलें. जबकि आरजेडी के तनवीर हसन को 3,69,892 वोट मिलें.
- उजियारपुर में कुल मतदाता 15,88,209 हैं. इसमें 2014 में बीजेपी के नित्यानंद राय को 3,17,352 वोट मिलें. जबकि आरजेडी के आलोक मेहता को 2,56,883 वोट मिलें.
- दरभंगा में कुल मतदाता 14,95,445 हैं. इसमें 2014 में बीजेपी के कीर्ति झा आजाद को 3,14949 वोट मिलें. जबकि आरजेडी के हथनी को 2,79,906वोट मिलें.
- समस्तीपुर में कुल मतदाता 16,79,026 हैं. इसमें 2014 में लोजपा के रामचंद्र पासवान को 2,70,401 वोट मिलें. जबकि कांग्रेस के डॉ अशोक राम को मिले 2,63,529 वोट मिलें.
- मुंगेर में कुल मतदाता 18,71,193 हैं. इसमें 2014 में लोजपा की वीणा देवी को 3,52,911 वोट मिलें. जबकि जदयू के ललन सिंह को 2,43,847 वोट मिलें.