बक्सर: कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर जारी लॉकडाउन का व्यापक असर आम जनजीवन पर पड़ा है. किसानों का हाल बेहाल है. उनके सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है. उनकी फसलें खेतों में बेकार हो रही हैं, क्योंकि लॉकडाउन होने की वजह से उन्हें खरीदार नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में उन्हें सरकारी मदद की आस है.
किसानों की मानें तो उनके जीवन के रफ्तार पर ब्रेक लग गया है. लॉकडाउन से पहले वे बिहार के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों में सब्जी की सप्लाई का काम करते थे. लेकिन, आवागमन बंद होने के कारण अब इनकी सब्जियों को कोई नहीं पूछ रहा है.
किसानों ने बताई आपबीती
दियारा अंचल इलाके में सब्जी उत्पादन कर कमाई करने वाले किसान संतोष कुमार ने बताया कि शुरुआती दौर में प्राकृति ने साथ नहीं दिया. फिर अचानक लॉकडाउन लग गया. हालात यह है कि घर में खाने को अन्न नहीं है. ऐसे में बंदोबस्ती का पैसा वे जमींदार को कहां से देंगे. वहीं, महिला किसान गीता देवी ने कहा कि इसी खेती की बदौलत बिटिया के विवाह का दिन तय किया था. लेकिन, लॉकडाउन के कारण सब्जी खेतों में ही पड़ी सड़ रही है. अब उसकी शादी कैसे करूंगी?
आश्वासन के सिवा कुछ नहीं दे रहे अधिकारी
किसानों की परेशानी को लेकर जब जिला उद्यान पदाधिकारी दीपक कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पिछले 2 महीना से लगातार पुरवइया हवा चल रही है. यह सब्जियों की खेती के अनुकूल है, इस कारण सब्जियों का उत्पादन दोगुना से भी ज्यादा हो गया है. हालांकि, यह सच है कि किसान को सब्जी की उचित कीमत नहीं मिल रही है, इसलिए किसान परेशान हैं. प्रशासन दूसरे शहर में सब्जियों को भेजने की तैयारी कर रहा है, जिससे किसानों की आमदनी अच्छी हो जाए.